भारतीय संस्कृति और संविधान के खिलाफ है नागरिकता संशोधन विधेयक- सिंधिया

 


 




इंदौर ;मध्यप्रदेश/  नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज कहा कि यह प्रस्तावित कानून देश की संस्कृति की  वसुधैव कुटुम्बकम्  की हजारों साल पुरानी अवधारणा और डॉण् भीमराव आम्बेडकर रचित संविधान के खिलाफ है। सिंधिया ने यहां संवाददाताओं से कहा,  हमारे संविधान के निर्माता बाबा साहब आंबेडकर ने कहा था कि भारत में बसे हर व्यक्ति को किसी जाति या धर्म विशेष के दृष्टिकोण से नहीं बल्कि देश के एक नागरिक के रूप में देखा जायेगा। ऐसे में यह विधेयक ;नागरिकता संशोधन विधेयक संविधान की मूल भावना के विपरीत है क्योंकि देश के नागरिकों को उनके धर्म के आधार पर पहले कभी नहीं देखा गया था। 


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