नमामि गंगे परियोजना में भ्रष्टाचार को लेकर प्रगतिशील पार्टी का पैदल मार्च

 


 
देहरादून।   प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के कार्यकर्ताओं ने रविवार को नमामि गंगे परियोजना में भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप लगाते हुए परेड ग्राउंड धरना स्थल से सचिवालय तक पैदल मार्च किया। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की। नमामि गंगे में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई से किए जाने और दोषियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई। इस दौरान कई संत भी प्रदर्शन और पैदल मार्च में शामिल रहे। संतों ने नमामि गंगे परियोजना में भ्रष्टाचार होने की बात कही।
इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष योगेश मिश्रा की अगुवाई में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता धरना स्थल पहुंचे। यहां केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इसके बाद दोपहर 1.30 बजे धरना स्थल से सचिवालय के लिए पैदल मार्च किया। पैदल मार्च से पूर्व धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट अनुराधा पाल के माध्यम मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया।
ये हैं आरोप और मांग- नमामि गंगे परियोजना के लिए लाखों का बजट मिला था। पैसे की बंदरबांट किए जाने का आरोप। मिली धनराशि का प्रयोग नेताओं ने अपने निजी काम के लिए किया। विवादित कंपनियों को दिया गया सीवरेज ट्रीटमेंट का टेंडर। खास कंपनी को टेंडर देने के लिए अन्य कंपनियों को दिखाया बाहर का रास्ता। गंगा की सफाई के नाम पर किए जा रहे घोटाले। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने घोटालों से जुड़ी सूची पूर्व में सीएम को दी थी। आश्वासन के बाद भी कार्रवाई नहीं।
ये रहे पैदल मार्च में शामिल- भारत सिंह राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, शिवम यादव राष्ट्रीय महासचिव, कमर अब्बास राष्ट्रीय अध्यक्ष यूथ ब्रिगेड, सौरभ यादव प्रदेश सचिव, दुर्गा प्रसाद राष्ट्रीय सचिव, अमरीश यादव राष्ट्रीय सचिव, सुनिधि चौधरी राष्ट्रीय सचिव के अलावा स्वामी शिवहरि दास, स्वामी सुदामा दास, भारत सिंह, सौरभ यादव, शिवम यादव, अमरीश यादव, दुर्गा प्रसाद सिंह, शशांक मिश्रा, अमित जानी आदि शामिल रहे।


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