मेडिकल स्टोर की आड़ में भ्रूण लिंग परीक्षण का भंडाफोड़,दो युवकगिरफ्तार
रुड़की/ मेडिकल स्टोर की आड़ में भ्रूण लिंग परीक्षण का मामला सामने आया है। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कर दो युवकों को हिरासत में लिया। मौके पर पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन और एक लैपटॉप भी मिला जिसे टीम ने कब्जे में ले लिया। युवकों से पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम पूछताछ कर रही है।भगवानपुर सीएचसी प्रभारी और नगर निगम के मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विक्रांत सिरोही को पिछले कई दिनों से भगवानपुर क्षेत्र के मक्खनपुर गांव के पास मेडिकल स्टोर की आड़ में भ्रूण लिंग परीक्षण की शिकायत मिल रही थी। ऐसे में मेडिकल स्टोर पर नजर रखने के लिए एक टीम को लगाया गया। शुक्रवार को टीम ने सीएचसी प्रभारी को सूचना दी कि मेडिकल स्टोर पर दो युवक और दो युवतियां आई हैं। सीएचसी प्रभारी ने मौके पर टीम को भेजकर तत्काल छापेमारी के निर्देश दिए।टीम को देखकर अंदर बैठी युवतियां और युवकों के होश उड़ गए। टीम ने उनसे आने का कारण पूछा तो वे संतोषजनक जवाह नहीं दे पाए। केबिन की जांच की गई तो वहां पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन और एक लैपटॉप रखा हुआ था जिसके बारे में वे कुछ बता नहीं पाए। पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन मिलने पर टीम का शक यकीन में बदल गया कि यहां पर भ्रूण लिंग का परीक्षण किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि टीम ने दोनों युवतियों को वहां से जाने दिया जबकि युवकों को लेकर रुड़की नगर निगम स्थित कार्यालय पहुंची। यहां बंद कमरे में उनसे घंटों अलग.अलग पूछताछ की। नगर निगम में हंगामे की स्थिति की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। एसीएमओ डॉ. एचडी शाक्य भी मौके पर पहुंचे और जानकारी ली।भगवानपुर क्षेत्र में भ्रूण लिंग की जांच के मामले पहले भी पकड़े जा चुके है। इससे पूर्व हरियाणा की टीम ने रुड़की समेत देहात क्षेत्र में छापेमारी कर अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भ्रूण लिंग की जांच के मामले पकड़े थे। टीम ने अल्ट्रासाउंड की मशीन सील कर दी थी। पता चला था कि हरियाणा की महिलाओं को यहां लाकर भ्रूण लिंग की जांच कराई जाती है।बताया जाता है कि मेडिकल स्टोर संचालक तेज्जूपुर का रहने वाला है और फर्जी तरीके से क्लीनिक भी चला रहा था। छापेमारी के दौरान मेडिकल संचालक मौके से फरार हो गया। उसके बारे में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस जानकारी जुटा रही है। पुलिस ने उसके घर पर भी दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला। बताया जा रहा है कि पकड़े गए दोनों युवक एजेंट के रूप में काम कर रहे थे। दोनों बाहर से महिलाओं को यहां लाकर भ्रूण लिंग जांच करवाते थे।दोनों युवतियों के संबंध में जब सीएचसी प्रभारी डॉ. विक्रांत सिरोही से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि युवतियां उन्होंने ही मेडिकल पर भेजी थीं ताकि ये लोग पकड़ में आ सकें। जबकि पकड़े गए दोनों युवकों ने बताया कि युवतियां उनके साथ थीं। ऐसे में सवाल यह है कि आखिरकार युवतियां कौन थीं और यहां क्यों आई थीं।सीएचसी प्रभारी और टीम से मामले में जानकारी ली जा रही है। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। दोनों युवकों से गहनता से पूछताछ की जा रही है। दोनों के खिलाफ केस दर्ज करवाया जाएगा। युवतियों कौन थी यह भी पता लगाया जा रहा है। फिलहाल पता चला है कि युवतियां स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से ही भेजी गई थीं। अगर युवतियों को फरार करने में किसी की संलिप्तता पाई जाती है तो कार्रवाई होगी।
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