कर्मचारियों की हड़ताल से कई दफ्तरों में लटके ताले

 



देहरादून/पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने की मांग को लेकर बीते एक हफ्ते से जारी सामान्य और ओबीसी कर्मचारियों के हड़ताल का असर अब सरकारी कार्यालयों में दिखाई देने लगा है। सरकारी कार्यालयों में हालांकि एससी-एसटी के कर्मचारी काम कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद काम की रफ्तार धीमी पड़ गई है। खुद अधिकारियों का मानना है कि काम चल रहा है, लेकिन सही तरह से नहीं हो पा रहा। कलक्ट्रेट परिसर में हड़ताल के कारण अब फाइलों के आगे बढ़ने की गति थमने लगी है। बुधवार को कलक्ट्रेट परिसर स्थित खनिज विभाग के दरवाजे पर ताला जड़ा मिला। वहीं एसडीएम सदर के कार्यालय में भी एससी-एसटी संवर्ग के ही कर्मचारी नजर आए। एडीएम (ई) रामजी शरण शर्मा ने बताया कि काम पर बहुत असर पड़ रहा है। वहीं समाज कल्याण विभाग  विकास भवन में भी सीडीओ ऑफिस, पंचायती राज, बचत अधिकारी, उद्यान अधिकारी, जिला पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय में भी सीमित उपस्थिति रही। तहसील और पूर्ति विभाग में भी कामकाज प्रभावित रहा। हड़ताल का सबसे अधिक असर दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों पर पड़ा है। युवा कल्याण निदेशालय में कार्यरत पीआरडी जवानों को अभी तक वेतन नहीं मिल सका है। बुधवार को भी पीआरडी जवान निदेशालय पहुंचे थे, लेकिन अन्य कर्मचारियों के हड़ताल पर होने के कारण दोपहर बाद वापस लौट गए थे। निदेशालय में पीआरडी के 35 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। जिनको होली के त्योहार के लिए भी वेतन नहीं मिल सका। सामान्य और ओबीसी कर्मचारियों की हड़ताल के चलते बुधवार को आरटीओ कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि कुछ एक काउंटरों पर काम किया गया। उधर काउंटर नंबर 26 में लाइसेंस संबंधित कार्य के लिए लोगों की लंबी लाइन रही। जहां आरटीओ के कर्मचारी कार्य करते नजर आए। मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बुधवार को भी हड़ताल का असर देखने को मिला। बोर्ड परीक्षा डयूटी को छोड़कर कार्यालय के ज्यादातर कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जिससे यहां कामकाज प्रभावित हुआ। स्टाफ की कमी की वजह से यहां डाक तक ठीक से रिसीव नहीं हो पा रही। कई फाइलें अटक गई हैं।सीएमओ कार्यालय में ज्यादातर कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जिसकी वजह से यहां चिकित्सा प्रमाण पत्र बनवाने में लगातार दिक्कतें पेश आ रही हैं। सीएमओ को जैसे तैसे कामकाज चलाना पड़ रहा है। सामान्य और जनरल ओबीसी कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से बुधवार को तिलक रोड स्थित वन विभाग के कार्यालय में कोई काम नहीं हुआ। कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से बजट समेत अन्य फाइलें अटकी रहीं।
 


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