यूपीसीएल ने मांगी स्ट्रीट लाइट की राशि, नगर निगम ने 4200 ट्रांसफार्मर पर लगाया टैक्स
देहरादून/ नगर निगम व ऊर्जा निगम के बीच स्ट्रीट लाइटों के बिजली बिल को लेकर चल रहे विवाद में नगर निगम ने ऊर्जा निगम को झटका दे दिया है। स्ट्रीट लाइटों का बिल मांगने वाले ऊर्जा निगम से नगर निगम ने अपनी जमीन पर लगे 4200 ट्रांसफार्मर का सालाना टैक्स मांग लिया। इससे ऊर्जा निगम के अफसरों में खलबली मच गई। फिलहाल, बिल और टैक्स को लेकर कोई हल नहीं निकल पाया है। शहर में शामिल नए वार्र्डों में लगाई गईं नईं स्ट्रीट लाइटों के बिजली बिल को लेकर ऊर्जा निगम व नगर निगम के बीच विवाद की स्थिति बनी हुई थी। पिछले दिनों सूचना मिली थी कि ऊर्जा निगम ने नगर निगम की लाइटों के कनेक्शन काट दिए हैं, मगर यह बात निराधार निकली। जिसे लेकर महापौर सुनील उनियाल गामा ने 12 मार्च को ऊर्जा निगम के अधिकारियों को तलब किया था। महापौर के कक्ष में ऊर्जा निगम और नगर निगम के अधिकारियों की बैठक हुई। इस दौरान ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता शैलेंद्र सिंह ने बताया कि निगम ने किसी स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन नहीं काटा है। महापौर ने कहा कि ऊर्जा निगम स्ट्रीट लाइटों का बिल मांग रहा, जिसे देने में नगर निगम को कोई एतराज नहीं है, मगर इससे पहले ऊर्जा निगम शहर में लगे ट्रांसफार्मरों का सालाना टैक्स जमा कर दे।महापौर के अनुसार 100 वार्डों में निगम की जमीनों पर 4200 ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। इनकी सूची ऊर्जा निगम को उपलब्ध कराई गई है। इसे देखकर ऊर्जा निगम के अधिकारी सकते में आ गए और मुख्यालय स्तर पर मामले को सुलझाने की बात कही। बता दें कि शहर में शामिल हुए 40 नए वार्डों में नगर निगम की ओर से स्ट्रीट लाइटें व विद्युत पोल लगाने का काम चल रहा है। जब बीते माह इस संबंध में ऊर्जा निगम अधिकारियों के साथ महापौर की अध्यक्षता में बैठक हुई थी तब महापौर ने ऊर्जा निगम को सभी लाइटों का बिल उपलब्ध कराने को कहा था, जो ऊर्जा निगम ने नहीं दिया। वहीं, महापौर ने कहा कि नगर निगम को बिल देने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं है। जब निगम हाउस टैक्स ले रहा है तो उसे दूसरे किसी विभाग को बिल देने में दिक्कत क्यों होगी।
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