दु:खद : समाजसेवी आनन्द सिंह बिष्ट का पार्थिव शरीर पहुंचा उनके पैतृक गांव, रवासन नदी के तट पर होगा अन्तिम संस्कार
यमकेश्वर (पौड़ी), यूपी के मुख्यमंत्री योगी के पिता और समाजसेवी आनन्द सिंह बिष्ट का पार्थिव शरीर उनके पैतृक घर पर पहुँच गया | एम्स हॉस्पिटल दिल्ली की हाईटेक एम्बुलेंस में लाया गया है आनंद सिंह बिष्ट का पार्थिव शरीर, शव के साथ पुत्र रिटायर सूबेदार शैलेन्द्र बिष्ट और महेंद्र सिंह बिष्ट थे | माता सहित पूरे परिवार को ढांढस बांध रहे है जेष्ठ पुत्र मानवेन्द्र सिंह, सभी रिश्तेदारों सहित यमकेश्वर क्षेत्रवासी उनके पैतृक गॎंव में मौजूद हैं, ग्राम सभा सीला के खंड ग्राम पंचूर में जन्मे समाजसेवी आनंद सिंह बिष्ट के अंतिम दर्शनों के लिये ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी, हर कोई उनके दर्शन का अभिलाषी है | पारिवारिक सदस्यों सहित शुभचिंतको का रो रो कर बुरा हाल, उत्तर प्रदेश की सीमा समाप्त होने के बाद उत्तराखंड राज्य की सीमा में प्रवेश करते ही कोटद्वार पुलिस प्रशासन ने एम्बुलेंस को एस्कार्ट किया | एम्बुलेंस के साथ दर्जनों वाहन भी पहुंचे यमकेश्वर के पंचूर गांव में, सोशल डिस्टेंस पूरा ध्यान
जिला प्रशासन द्वारा रखा जा रहा है। कल सुबह 21 अप्रेल को प्रातः 10 बजे रवासन नदी के तट पर स्थित पैतृक घाट पर अंतिम संस्कार होने की संभावना है। 89 वर्षीय स्वर्गीय आनन्द सिंह बिष्ट ने दिल्ली के एम्स में आज आखिरी सांस ली। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को यह समाचार तब मिला, जब वह कोविड 19 के संदर्भ में टीम 11 संग समीक्षा बैठक कर रहे थे। बता दें कि उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट फॉरेस्ट रेंजर थे, साथ ही किसानी करते थे। बेटे के पांच बार सांसद और यूपी के सीएम बनने के बाद भी वह साधारण सा जीवन जीते थे। यमकेश्वर तहसील के पंचुर गांव के रहने वाले आनन्द सिंह बिष्ट वन विभाग में फॉरेस्ट रेंजर थे पूरा परिवार बेहद ही सरल और सामाजिक सरोकारो से जुड़ा है। आइये एक नजर डालते हैं उनके पूरे परिवार पर –
सावित्री देवी पत्नि- गृहिणी
पुत्र, सीएम योगी आदित्यनाथ, मानेंद्र सिंह, शैलेंद्र मोहन और महेंद्र सिंह, तीन बहनें पुष्पा देवी, कौशल्या और शशि देवी।
योगी आदित्यनाथ :
22 साल की उम्र में अजय सिंह यानी सीएम योगी आदित्यनाथ ने संन्यास ले लिया। 1994 में नाथपंथ के सिद्धमठ गोरक्षनाथ मंदिर गोरखपुर में महंत अवैद्यनाथ ने उत्तराधिकारी के तौर पर दीक्षाभिषेक किया।5 जून 1972 को योगी आदित्यनाथ का जन्म हुआ था। लेकिन नाथ संप्रदाय में दीक्षित होने के बाद अजय सिंह से योगी आदित्यनाथ हो गया।
मानेंद्र सिंह (पत्नी नाम-आशा देवी) को एक बेटी है। पेशे से वो किसान हैं।
शैलेंद्र मोहन(पत्नी रश्मि देवी) इन्हें एक बेटा और 2 बेटी हैं। यह भारतीय फौज में देश की सेवा कर रहे हैं।
महेंद्र सिंह(पत्नी- लक्ष्मी देवी) इन्हें एक बेटा है। जो पत्रकारिता के जरिए वो सामाजिक सरकारों से जुड़ा है।
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