लॉक डाउन को लेकर उत्तर प्रदेश में संशय बरकरार, अपर मुख्य सचिव ने दिए संकेत
उत्तर प्रदेश सरकार के ट्विटर हैंडल से अपर मुख्य सचिव गृह और सूचना अवनीश अवस्थी की ओर से कहा गया है कि कोविड के बढ़े हुए लोड के कारण यह कह पाना मुश्किल है कि 14 तारीख को लोग डॉन खुल जाएगा ऐसे में पूरे प्रदेश के सभी लोगों को और प्रतीक्षा करने की आवश्यकता पड़ सकती है.
अपर चीफ सेक्रेटरी गृह और सूचना अवनीश अवस्थी ने क्या कुछ कहा
अपर सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने सोमवार शाम को प्रेस वार्ता कर प्रदेश के हालात से मीडिया को रूबरू कराया. उन्होंने 14 तारीख के लॉक खोलने के संबंध में कुछ भी बोलने पर उसको प्रीमेच्योर सेंटेंस की भाषा दी. यानी कुल मिलाकर कहें तो लॉक डाउन अभी फिलहाल उत्तर प्रदेश में खुलता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है. इसमें अभी और समय लग सकता है. अपर सचिव की प्रेस वार्ता में बताया कि उत्तर प्रदेश में अभी तक 305 कोरोना के केस सामने आए हैं. पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में 27 कोरोना केस मिले हैं जिनमें से 21 तबलीगी जमात के लोग हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 305 केसों में से 159 मामले केवल तबलीगी जमात के हैं. अपर मुख्य सचिव ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव के मामले बढ़ रहे हैं जो चिंता का विषय है.
लॉक खोलने के सवाल पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने स्ट्रेट फॉरवर्ड बोलते हुए कहा की लॉक डाउन खोलने पर बोलना अभी प्री मैच्योर सेंटेंस होगा. उन्होंने स्पष्ट कहा कि जब तक एक भी पॉजिटिव केस उत्तर प्रदेश में मिलेगा लॉक डाउन नहीं खुलेगा. उन्होंने लॉक डाउन के 14 अप्रैल के बाद भी जारी रहने पर संभावना जताई है.
अवनीश अवस्थी ने जीवन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा की जीवन बचाने के लिए यदि लॉक डाउन जरूरी है तो उसको फॉलो किया जाएगा. अपर गृह सचिव ने धर्मगुरुओं से हुई बात का भी जिक्र किया उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने रविवार को सभी धर्मगुरुओं से बात की है और सरकारी निर्देशों के पालन करवाने की सलाह जारी की है. धर्मगुरुओं ने सरकार का साथ देते हुए कहा कि अभी लॉक डाउन खोलना ठीक नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वाले सावधान हो जाएं क्योंकि अफवाह फैलाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. सरकार का पक्ष रखते हुए अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मोहल्लों में कोरोनावायरस वारियर्स बनाने का प्रस्ताव है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में टेस्टिंग लैब का भी विस्तार किया जा रहा है. मेडिकल इमरजेंसी के साथ 14 नई टेस्टिंग लैब बनाने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि कोविड-19 लैब तैयार की जाएगी. 75 जिलों में सैंपल कलेक्शन टेस्ट सेंटर बना रहे हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि जहां मेडिकल कॉलेज नहीं है वहां कलेक्शन सेंटर पीपीई तैयार करने के लिए कहा गया है. अपर मुख्य सचिव ने मास्क सैनिटाइज पीपीई के उत्पादन पर भी जोर दिया है और बताया कि इसके उत्पादन की ओर प्रयास किए जा रहे हैं. पुलिस को भी पीपीई दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि फ्लोर तेल और दाल मिल चालू हो चुकी है. उन्होंने मीडिया को बताया कि 44764 वाहन फल सब्जियों के लिए लगाए गए हैं.
फेक न्यूज़ किसी भी रूप में स्वीकार नहीं है. फेक न्यूज़ पर कार्रवाई की जा रही है. अपर मुख्य सचिव गृह ने फेक वीडियो पर भी चिंता जाहिर की और उस पर रोक लगाने की बात कही है. साथ ही टिक टॉक कंपनी से बात करने की बात भी मीडिया के सामने रखी.
प्रधानमंत्री ने दिए संकेत
उत्तर प्रदेश सरकार के अलावा केंद्र सरकार से भी लॉक डाउन को लेकर संशय वाले बयान हैं. सरकार की ओर से लॉक डाउन को लेकर 12 तारीख को रिव्यू बैठक करने का प्लान रखा गया है. साथ ही यह संकेत भी दिए गए हैं कि यदि लॉक डाउन खुलता है तो सबसे पहले उन जगहों को प्राथमिकता दी जाएगी जहां पर कोई भी मामला नहीं है. जो हॉट जगह है वहां पर लोग डाउन जारी रखा जा सकता है.
कुल मिलाकर सरकार लॉक डाउन को लेकर क्या निर्णय करेगी यह अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी के मीडिया से मुखातिब होने के बाद लगभग लगभग स्पष्ट है. लेकिन सरकार लॉक डाउन को खोलने को लेकर अथक कोशिश कर रही है. प्रमुख बाद जो सामने आई है वह तबलीगी जमात है. यह कहना गलत नहीं होगा कि यदि जमात का आयोजन ना हुआ होता तो शायद 14 तारीख को देश से लॉक डाउन हट जाता. जमात के लोगों के पॉजिटिव मिलने के बाद स्थितियां बिल्कुल बदल गई हैं.
टिप्पणियाँ