लॉकडाउन के दौरान सरकार ने भारत ने चावल, मांस, दुग्ध और प्रसंस्करित खाद्य वस्तुओं का निर्यात किया शुरू
लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा ट्रांसपोर्टेशन और पैकेजिंग से जुड़े मसलों को सुलझाने की दिशा में कदम उठाने बाद भारत ने चावल, मांस, दुग्ध उत्पादों और प्रसंस्करित खाद्य वस्तुओं का निर्यात शुरू कर दिया है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि कृषि निर्यात संवर्धन संस्था ‘एग्रीकल्चर एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलेपमेंट अथॉरिटी’ (APEDA) निर्यातकों की समस्याओं का निराकरण कर रही है। चावल, मूंगफली, प्रसंस्करित खाद्य पदार्थो, मांस, पोल्ट्री, दुग्ध और जैविक उत्पाद जैसे सभी प्रमुख उत्पादों का निर्यात शुरू हो गया है।
एपीईडीए ने काफी प्रयास किए हैं और ट्रांसपोर्टेशन, कर्फ्यू पासों व पैकेजिंग यूनिटों से जुड़े मसलों का निराकरण किया जा रहा है। सरकार ने अभी तक निर्यात के लिए 9,759 पादप प्रमाणपत्र जारी किए हैं। नाफेड ने विशेष मांग पर अफगानिस्तान को 50 हजार टन गेहूं और जी2जी समझौते के तहत लेबनान को 40 हजार टन अनाज का निर्यात किया है।
जहां तक आयात का संबंध है तो सरकार ने बताया कि मूल प्रति दाखिल करने की शपथ के साथ आयातकों से पादप प्रमाणपत्रों की डिजिटल कॉपी स्वीकार की जा रही हैं। करीब 2,728 कंसाइनमेंट्स को अभी तक आयात के लिए रिलीज किया गया था। इसके अलावा कीटनाशकों के आयात के लिए 33 आयात परमिट, कीटनाशकों के निर्यात के लिए 309 सर्टिफिकेट और कीटनाशकों के स्वदेशी उत्पादकों को 1,324 सर्टिफिकेट जारी किए गए थे।
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