ट्यूशन टीचर और नाबालिग छात्रा के प्यार में चाचा बन रहा था रोड़ा, दोनों ने रची ये खूनी साजिश
बेगूसराय :- घर पर ट्यूशन पढ़ाने के दौरान शिक्षक को अपनी नाबालिग छात्रा से प्यार हो गया। दोनों का प्यार परवान चढ़ता गया और दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए। एक दिन दूर के रिश्तेदार जो छात्रा का चाचा लगता था, उन्होंने दोनों को देख लिया तो इसका विरोध किया। छात्रा के घरवालों को इस संबंध में बता दिया। इसके बाद ट्यूशन टीचर को घरवालों ने भगा दिया और छात्रा की पढ़ाई भी छुड़वा दी गई।
अपने प्यार पर लगाम लगने के बाद छात्रा और शिक्षक दोनों ने चाचा को ही रास्ते से हटाने की खतरनाक योजना बना डाली और अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को खेत में फेंक दिया। शव मिलने के बाद पुलिस ने मृतक तथा मुख्य आरोपित का मोबाइल सहित हत्या में प्रयुक्त गमछे को बरामद कर लिया है। साथ ही छात्रा समेत इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले चारों आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर मुकेश कुमार पासवान ने बताया कि बीते 25 अप्रैल को शाम करीब छह बजे किसी ने फोन कर मिथिलेश को समीप के सुल्तानी बहियार बुलाया था। जब से वह लापता था। मिथिलेश की मां कस्तूरी देवी पति नारायण साह ने मामले में अपने पुत्र की हत्या कर शव के गायब करने की आशंका जताई थी। अगले ही दिन अर्थात 26 अप्रैल को थाना क्षेत्र के बगरस स्कूल के समीप एक मक्के के खेत से मिथिलेश का शव बरामद कर लिया गया। मिथिलेश की हत्या गला दबाकर की गई थी।
थानाध्यक्ष ने बताया कि डीएसपी ओम प्रकाश के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया। अनुसंधान में मिले सुराग के आधार पर करेंटार के लालो महतो के पुत्र अमृत कुमार, जीतपुर निवासी अशोक रजक के पुत्र धर्मवीर कुमार तथा करेंटार निवासी मुखेलाल पासवान के पुत्र नीतीश कुमार को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की गई जिसमें अभियुक्तों ने हत्या में अपना जुर्म कबुलते हुए घटना से पर्दा हटाया।
पुलिस को दिए बयान में आरोपितों ने बताया कि दरअसल अमृत गांव की ही एक नाबालिग छात्रा को ट्यूशन पढ़ाता था। इस दौरान दोनों में प्रेम हो गया। चूंकि छात्रा दूर के रिश्ते में मिथिलेश की भतीजी लगती थी। इसलिए उसने दोनो के अवैध रिश्ते का विरोध किया और छात्रा का ट्यूशन भी छुड़वा दिया। इसी से क्षुब्ध अमृत ने घटना के दिन अपने मोबाइल से छात्रा द्वारा फोन मिथिलेश को बहियार बुलाया, फिर सभी ने मिलकर उसके गले में गमछा का फंदा लगाकर उसकी हत्या कर दी तथा शव को बगरस ले जाकर फेंक दिया।
साभार :- दैनिक जागरण
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