वीआईपी को लाॅकडाउन में भी चाहिए ‘‘गनर’’
अनिल कुमार कक्कड़
देहरादून। लाॅकडाउन का पालन कराने के लिए एक ओर पुलिसकर्मी डटे हुये हैं, दूसरी ओर इस संकट की घड़ी में भी वीआईपी कहलाने वाले लोग गनर की सुविधा छोड़ने को तैयार नहीं है।
पुलिस अधिकारी इस संबंध में शासन से भी मौखिक अनुरोध कर चुके हैं, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। जिले में गनर ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मियों की संख्या 100 के पार है। कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए संतरी से लेकर मंत्री तक को घर में रहने की हिदायत है। 21 दिन से इसका पालन हो रहा है।
आम जनता तमाम दिक्कतें उठाकर इस लड़ाई में पूरा सहयोग कर रही है, लेकिन जनप्रतिनिधि और दूसरे लोग अपनी सुविधा का त्याग करने को आगे नहीं आये हैं। पुलिस महकमे के मुताबिक जिले में करीब 100 गनर लाॅकडाउन के बीच भी पूर्व और वर्तमान जनप्रतिनिधियों, दायित्वधारियों और प्रभावशाली लोगों के घरों पर ड्यूटी कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार इनमें काफी लोग गनर का इस्तेमाल निजी काम में लेते हैं। लाॅकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिसकर्मी दिन-रात ड्यूटी कर रहे हैं। एक साथ कई फ्रंट पर काम होने के कारण बल की कमी आड़े आ रही है। हैरत की बात कि पुलिस के अनुरोध के बावजूद कोई भी गनर वापस करने को आगे नहीं आया है।
नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में कई बार शासन से अनुरोध किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि तमाम लोगों को शासन से गनर दिया गया है। इसीलिए पुलिस कोई निर्णय नहीं ले पा रही है। अधिकारी भी इस मामले में कुछ बोलने से कतरा रहे हैं।
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