एक बाइक पर सवार छह लोगों को ट्रक ने मारी टक्कर, मां-बेटे समेत तीन की मौत, तीन घायल
रुड़की। मंगलौर में एक बाइक पर सवार होकर जा रहे छह लोगों को ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार मां-बेटे और एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो बच्चों समेत तीन लोग घायल हो गए। टक्कर मारने के बाद चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया। हादसा होते देख मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही तीनों शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, घटना की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के गांव ऊदलहेड़ी निवासी कुलदीप उर्फ फोनी शनिवार सुबह किसी काम से अपनी पत्नी पूनम और डेढ़ साल के बेटे सागर को लेकर रुड़की आया था। दोपहर में तीनों बाइक से घर लौट रहे थे। इसी बीच रुड़की रोडवेज बस स्टैंड के पास उसके भाई संदीप की पत्नी मीनाक्षी अपने दो बच्चों चिंकी और किरण के साथ घर जाने के लिए सवारी का इंतजार कर रही थी।
भाभी को देख कुलदीप ने बाइक रोक ली और तीनों को बैठा लिया। इसके बाद एक ही बाइक से छह लोग मंगलौर की ओर चल पड़े। जैसे ही वे कस्बे में एसबीआई की शाखा के सामने पहुंचे तो पीछे से आ रहे एक अनियंत्रित ट्रक ने टक्कर मार दी। इससे बाइक दूर तक फिसलती हुई सड़क पर जा गिरी। हादसे में कुलदीप की पत्नी पूनम और बेटे सागर की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कुलदीप, उसकी भाभी और दोनों बच्चे भी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद भीड़ को देख चालक मौके पर ही ट्रक छोड़कर फरार हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को एंबुलेंस से सिविल अस्पताल रुड़की भेजा। यहां उपचार के दौरान मीनाक्षी ने भी दम तोड़ दिया। पुलिस ने घटना की सूचना परिजनों को दी। आनन फानन में परिजन अस्पताल की तरफ दौड़ पड़े। कोतवाली प्रभारी प्रदीप चैहान ने बताया कि शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ट्रक चालक की तलाश की जा रही है। पीड़ित पक्ष की ओर से तहरीर आने पर केस दर्ज किया जाएगा। शनिवार को मंगलौर में हुए सड़क हादसे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसे में सिस्टम के साथ बाइक सवार की भी भारी लापरवाही सामने आई है। पहले तो एक बाइक पर छह लोगों ने बैठकर नियम तोड़ा, इसके बाद लॉकडाउन में यातायात नियमों का पालन कराने का दम भरने वाली ट्रैफिक पुलिस से लेकर सीपीयू और सिविल पुलिस को एक बाइक पर सवार छह लोग नजर नहीं आए। जबकि रोडवेज बस स्टैंड के पास पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहती है। इतना ही नहीं तहसील के सामने और मिलिट्री चैक पर पुलिस से लेकर सीपीयू की फौज खड़ी रहती है, लेकिन कहीं भी बाइक सवार को रोका नहीं गया, जो कहीं न कहीं चेकिंग में पुलिस की लापरवाही उजागर कर रहा है। दूसरी ओर, ट्रक चालक की भी लापरवाही सामने आई, जिसे आगे चल रही बाइक नजर नहीं आई और उसने तीन लोगों की जान लेकर परिवार की खुशियां छीन लीं।
Source :Agency news
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