कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक एवं राज्य मंत्री धन सिंह रावत की मौजूदगी में उच्च स्तरीय बैठक आयोजित


देहरादून : दिनांक 25 जून 2020 को उत्तराखंड में वैकल्पिक ऊर्जा को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जोड़ने के उद्देश्य से आज विधानसभा स्थित सभागार में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक एवं राज्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत की मौजूदगी में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई।


जिसमें ऊर्जा विभाग, उद्योग विभाग, वैकल्पिक ऊर्जा एवं सहकारी बैंक के अधिकारियों ने प्रतिभाग कर प्रदेश के 10 पर्वतीय जनपदों में वैकल्पिक ऊर्जा के उत्पादन की संभावनाओं पर चर्चा की। विचार-विमर्श के दौरान सभी विभागों के अधिकारियों ने इस परियोजना को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जोड़े जाने और उसकी सफलता को लेकर उत्साह दिखाते हुए योजना को स्वरोजगार की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण एवं वरदान साबित होने वाली योजना बताया।


बैठक में राज्य सरकार के प्रवक्ता एवं कबीना मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि वैकल्पिक ऊर्जा के उत्पदान संबंधी योजना स्वरोजगार की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण प्रतीत होती है। जिसके तहत 25 से 50 किलोवाट तक के सोलर ऊर्जा के संयंत्र स्थापित कर प्रदेश के 10 से 15 हजार युवाओं स्वरोजगार देने का लक्ष्य है। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को शीघ्र ही परियोजना का खाका तैयार कर एक सप्ताह के भीतर पुनः प्रस्तुतिकरण के निर्देश दिये। ताकि उक्त परियोजना को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में जोड़ते हुए कैबिनेट की स्वीकृत प्रदान की जा सके।


बैठक में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य के पर्वतीय जनपदों में वैकल्पिक ऊर्जा की अपार संभावनाएं हैं। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के पास काफी भूमि उपलब्ध है। जिस पर सोशल ऊर्जा के संयंत्र को स्थापित कर 10 से 15 हजार रूपये प्रतिमाह की आय प्राप्त की जा सकती है। इस योजना को सफल बनाने के लिए राज्य सहकारी बैंक 25 किलोवाट तक की परियोजना के लिए 20 लाख तक का ऋण 15 वर्षों के लिए देने हेतु तैयार है। ताकि लाभार्थी बैंक की किस्तों को आसानी से चुका सके। उन्होंने कहा कि यह योजना पर्वतीय क्षेत्र में स्वरोजगार के लिए वरदान साबित होगी।


बैठक में प्रमुख सचिव उद्योग मनीषा पंवार, सचिव ऊर्जा राधिका झा, अपर सचिव ऊर्जा कै. आलोक शेखर तिवारी, उत्तराखंड पाॅवर काॅर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक बी.सी.के. मिश्रा, राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक बी.एम. मिश्रा, मुख्य परियोजना अधिकारी उरेड़ा अरूण कुमार त्यागी, निदेशक उद्योग एस.सी.नौटियाल, निदेशक आॅपरेशन यूपीसीएल अतुल कुमार अग्रवाल उपनिदेशक अनुपम द्विवेदी, अरूण प्रताप सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।


 


Source :DIPR


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