कोरोना जांच का काम हुआ बंद, जानें।


कोरोना जांच का काम हुआ बंद,जानें।


कुमाऊं के पांच जिलों से आए 918 कोरोना संदिग्धों के सैंपलों की जांच रुक गई है। अब इन संदिग्धों की जांच रिपोर्ट जारी होने में दो से तीन दिन का अतिरिक्त समय लग सकता है। कुमाऊं में कोरोना सैंपल की जांच का काम बंद हो गया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी की वायरोलॉजी लैब में संक्रमण की आशंका बताई गई है। जिस कारण कोरोना सैंपल जांच की सही रिपोर्ट मिलने में परेशानी आ रही है। इस समस्या को देखते हुए गुरुवार दोपहर से कोरोना सैंपलों की जांच का काम प्रयोगशाला में बंद कर दिया गया है। मेडिकल कॉलेज ने सभी जिलों के सीएमओ को पत्र भेजकर कोरोना संदिग्धों के सैंपल न भेजने को कहा है। राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने बताया कि वायरोलॉजी प्रयोगशाला में संक्रमण की आशंका हमेशा बनी रहती है। लगातार तीन महीने से यहां काम चल रहा है। सैंपल जांच कर रही पीसीआर मशीन की रीडिंग ठीक नहीं आ रही। जिससे रिपोर्ट प्रभावित हो सकती है। इसे देखते हुए प्रयोगशाला में फिल्हाल कोरोना सैंपल जांच का काम अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया है। कोशिश है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान कर जांच दोबारा शुरू करवाई जाए। कुमाऊं के कोरोना मरीजों के सैंपल जांच के लिए देहरादून भेजे जा सकते हैं। प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने बताया कि सैंपल पूरी तरह से सुरक्षित हैं। यदि ज्यादा परेशानी पेश आई तो जांच के लिए देहरादून भी भेजा जा सकता है। कोरोना मरीजों की रिपोर्ट जारी होने पर पहले ही तीन दिन का समय लग रहा था। यदि जल्द रिपोर्ट जारी न हुई तो यह समय बढ़कर पांच से छह दिन का हो सकता है। ऐसे में संदिग्ध कोरोना के मरीजों के लिए खतरा भी बढ़ जाएगा। मेडिकल कॉलेज में रोज औसतन 200 कोरोना सैँपल जांच हो रही थी।


 


 


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