जिले के प्रवासियो व उनके परिजनो का स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनना शुरू
गोंडा : कोरोना महामारी के इस दौर में जिले में आने वाले प्रवासियों व उनके परिवार के सदस्यों का अब आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है। जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक अंकित श्रीवास्तव ने बताया कि गोल्डेन कार्ड बनावाने एवं आयुष्मान भारत-जन आरोग्य योजना के तहत निःशुल्क इलाज का लाभ लेने की सुविधा जनपद में 19 सरकारी एवं छः निजी चिकित्सालयों समेत कुल 25 चिकित्सालयों में उपलब्ध है । इसमें तीन जनपद स्तरीय चिकित्सालय बाबू ईश्वर शरण जिला चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय तथा रेलवे अस्पताल एवं सोलह समुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों क्रमशः बभनजोत, बेलसर, करनैलगंज, हलधरमऊ, इटियाथोक, कटरा बाजार, खरगूपुर, मसकनवा, मनकापुर, नवाबगंज, पंड़री कृपाल, परसपुर, काजीदेवर, तरबगंज तथा वजीरगंज के अलावा सतीश चंद्र पाण्डेय मेमोरियल हॉस्पिटल (एससीपीएम हॉस्पिटल), आरएन पाण्डेय मेमोरियल हॉस्पिटल, आशा देव मेमोरियल हॉस्पिटल, गायत्री हॉस्पिटल, कृष्णा हॉस्पिटल तथा अवध हॉस्पिटल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों पर लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड निःशुल्क बनाए जाएंगे।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मधु गैरोला ने आयुष्मान योजना अंतर्गत गोल्डन कार्ड के लिए चिन्हित परिवारों से अपील करते हुए कहा कि वे अपना एवं अपने परिवार के सदस्यों का गोल्डेन कार्ड अनिवार्य रूप से बनवा लें। सीएमओ ने सभी ब्लॉकों पर इन प्रवासी श्रमिकों के गोल्डन कार्ड जुलाई माह के अंत तक बनाने के निर्देश दिए है। जिले स्तर पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है। आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ संदीप कुमार तिवारी ने बताया कि शासन से जिले के 793 लाभार्थियों की सूची आई है, जिनके गोल्डन कार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इन परिवारों के प्रत्येक सदस्यों को योजनांतर्गत उपचार की सभी सुविधाएं पंजीकृत अस्पतालों में दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि स्थानीय जनपद में कुल 793 प्रवासी श्रमिकों को इस योजना में सम्मिलित किया गया है। इसमें गोंडा सदर के 39, बभनजोत के 110, बेलसर के 49, छपिया के 46, करनैलगंज के 76, हलधरमऊ के 29, इटियाथोक के 21, झंझरी के 39, कटरा बाजार के 26, मनकापुर के 96, मुजेहना के 65, नवाबगंज के 15, पंड़री कृपाल के 19, परसपुर के 53, रुपईडीह के 37, तरबगंज के 37 तथा वजीरगंज के 36 प्रवासी कामगार परिवार के गोल्डन कार्ड बनेंगे। इन प्रवासी कामगारों के मोबाइल नंबर पर आयुष्मान भारत योजना के पंजीकृत अस्पतालों में नियुक्त आरोग्य मित्र के माध्यम से कॉल कराई जा रही है, जिससे लाभार्थी सपरिवार नजदीक के अस्पताल या जिला महिला अथवा पुरुष अस्पताल आकर कार्ड बनवा लें।
Source :Agency news
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