कांवड़ मेला स्थगित करने को व्यापारियों ने बताया कि सरकार का तुगलकी फरमान
हरिद्वार, 3 जुलाई। प्रदेश व्यापार मंडल की महानगर इकाई ने कांवड़ मेला स्थगित करने के सरकार के फैसले को तुगलकी फरमान बताते हुए कटोरे हाथ में लेकर सुभाष घाट पर प्रदर्शन किया। महानगर अध्यक्ष मयंक मूर्ति भट्ट ने कहा कि सरकार ने व्यापारियों को बुलाकर सावन मेला स्थगित करने का एकतरफा फरमान सुना दिया। जिससे व्यापारियों में आक्रोश है। लगातार मंदी का सामना कर रहे व्यापारियों को राहत देने के लिए सरकार को जल्द से जल्द राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।
महानगर महामंत्री सुमित अरोड़ा ने कहा कि पहले रेल लाईन दोहरीकरण व अब कोरोना के चलते 6 माह से हरिद्वार के व्यापारियों का व्यापार ठप्प है। व्यापारियों को उम्मीद थी कि कांवड़ मेला होने से नुकसान की कुछ भरपायी हो सकेगी। लेकिन सरकार ने व्यापारियों का पक्ष जाने बिना एकतरफा निर्णय करते हुए कांवड़ मेला स्थगित कर दिया। जिससे व्यापारियों के सामने सड़क पर आने की स्थिति बन गयी है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि बिजली, पानी के बिल, हाऊस टैक्स, स्कूलों की फीस माफ कर व्यापारियों को तुरंत राहत दी जाए। महानगर कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण शर्मा एवं खड़खड़ी अध्यक्ष अजय अरोड़ा ने कहा कि सरकार व्यापारियों को राहत पैकेज दे।
अन्यथा व्यापारी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। महामंत्री अनुज गुप्ता एवम हिमांशु राजपूत ने कहा कि हरिद्वार तीर्थ नगरी है और प्रशासन द्वारा लगाया गया प्रतिबन्ध सिर्फ प्रशासन को राहत देता है। लेकिन इस प्रतिबन्ध से व्यापारियों की स्थिति सडक पर आकर भीख मागने वाली हो गयी है। व्यापारियों की स्थिति का समझते हुए सरकार को सीमित स्तर पर ही कांवड़ मेला कराना चाहिए। जिससे मंदी झेल रहे व्यापारियों का कुछ राहत मिल सके।
प्रदर्शन करने वालों में मानस गोयल, दीपक गौनियाल, रजनीश गर्ग, शेखर गोस्वामी, अनिल अग्रवाल, आदेश मारवाड़ी, प्रदीप अग्रवाल, हिमांशु राजपूत, दीपक गुप्ता, हरपाल सिंह, पंकज सिंघल, राजीव जैन, कमल खडका, रामकिशोर गुप्ता, प्रणय पचभैया, राजकुमार वर्मा, राजीव गुप्ता, रिक्की अरोड़ा मनोज सिरोही, विशाल भट्ट आदि सहित दर्जनों व्यापारी शमिल रहे।
Source :Through whatsapp
टिप्पणियाँ