निजी ट्रेनों के लिए रेलवे विभाग ने तय की टाइमलाइन, पहली खेप में चलेंगी 12 ट्रेनें
नई दिल्ली: रेलवे ने निजी क्षेत्र की सहायता से पटरियों पर दौड़ाई जाने वाले रेलों के लिए टाइमलाइन तय कर दी है। इसके अनुसार वर्ष 2022-23 में निजी रेलों की पहली खेप में 12 ट्रेनें, वर्ष 2023-2024 में 45 ट्रेनें, वर्ष 2025-26 में 50 ट्रेनें, वर्ष 2026-2027 में 44 ट्रेनें आएगी।
रेलवे के मुताबिक, सभी 151 ट्रेनों को 2027 तक पेश कर दिया जाएगा। रेलवे ने अपने नेटवर्क पर निजी पैसेंजर ट्रेनें चलाने की योजना बनायी है। इसके अंतर्गत 151 मॉडर्न पैसेंजर ट्रेनें चलाने के लिए निजी क्षेत्र से प्रस्ताव मांगे हैं। निजी ट्रेनें 109 जोड़ी रूट पर चलेंगी। इन ट्रेनों को चलाने के लिए निजी कंपनियों की ओर से शुरुआत में करीब 30 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने एक योजना तैयार की है, जिसके तहत हमें निजी रेल परिचालन शुरू करने की उम्मीद है। मार्च 2021 तक निविदाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा और मार्च 2023 से रेलगाड़ियों का संचालन शुरू हो जाएगा।’’ रेलवे ने कहा है कि 70 प्रतिशत निजी रेलगाड़ियों का विनिर्माण भारत में किया जाएगा, जिन्हें अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के लिए डिजाइन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि रेलगाड़ियों के 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने पर यात्रा समय में 10-15 प्रतिशत की और 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने पर 30 प्रतिशत तक की बचत होगी। रेलवे को इन 151 रेलगाड़ियों के परिचालन से प्रतिवर्ष लगभग 3,000 करोड़ रुपये भाड़े के तौर पर मिलने की उम्मीद है। इन रेलगाड़ियों पर भारतीय रेलवे के चालक और गार्ड ही रखे जाएंगे।
Source :Agency news
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