फर्जी डिग्रियां व मार्कशीट देने वालों की करोडों की सम्पत्तियां कुर्क


जयपुर  / प्रवर्तन निदेशालय क्षेत्रीय कार्यालय जयपुर ने कमल मेहता, उसके परिवार के सदस्यों एवं उससे संबन्धित अन्य संस्थाओं की कुल 12.98 करोड़ की चल व अचल सम्पत्तियों जिनमें जयपुर, जोधपुर व दिल्ली में स्थित कुल 12 फ्लेट, 3 प्लॉट, 1 बिल्डिगं एवं 31 बीघा कृषि भूमि व बैंक खातों में जमा राशि सम्मलित है को अंतिम कुर्की आदेश के तहत कुर्क कर लिया है। प्रवर्तन निदेशालय जयपुर ने विशेष थाना, एसओजी जयपुर द्वारा कमल मेहता चेयरमैन जोधपुर नेशनल यूनिवर्सिटी जोधपुर एवं उसके अन्य साथियों के विरुद्ध जाली डिग्री/मार्कशीट जारी करने के मामले में विभिन्न धाराओं के अंतगर्त मामला दर्ज किया था। कुशल एज्युकेशन ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी कमल मेहता ने उक्त ट्रस्ट के तहत 2008 में जोधपुर नेशनल यूनिवर्सिटी जोधपुर की स्थापना की थी। जेएनयू के अध्यक्ष के रूप में कार्य करते दौरान वह अवैध रूप से पैसा कमाने के लिये जेएनयू के नाम पर प्राईवेट विद्यार्थी को फर्जी डिग्री/ मार्कशीट जारी करने और बेचने के लिए एक सिंडिकेट चलाने में सक्रिय रूप से शामिल था।


कमल मेहता ने फीस व फॉर्म कलेक्शन एवं परीक्षा के आयोजन आदि हेतु जेएनयू के रजिस्ट्रार के नाम से फर्जी प्राधिकार पत्र जारी करके जेएनयू के चार राष्ट्रीय समन्वयकों की नियुक्ति की। इन राष्ट्रीय समन्वयकों ने बाद में भारत के विभिन्न स्थानों पर अपने अधीन विभिन्न केंद्रों/उपकेंद्रों की नियुक्ति/स्थापना की। राष्ट्रीय समन्वयकों और केंद्रों/उपकेंद्रों की नियुक्ति को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा अनुमोदित नहीं किया गया था अब तक की जांच में पता चला है कि कमल मेहता को उसके द्वारा अवैध रूप से नियुक्त इन राष्ट्रीय समन्वयकों के माध्यम से लगभग 22.3 करोड़ रूपये प्राप्त हुए उसे उक्त राशि जेएनयू कुशल एज्युकेशन ट्रस्ट, सूर्य नगरी एज्युकेशन सोसायटी व अन्य विभिन्न संस्थाओं के नाम से जयपुर व जोधपुर में खोले गए विभिन्न बैंक खातों में प्राप्त हुई। और में जांच में आगे पता चला कि कमल मेहता ने जेएनयू के नाम पर फर्जी डिग्री/मार्कशीट के वितरण की सुविधा के लिए जयपुर में समानांतर कार्यालय स्थापित किया और 2010 से 2014 की अवधि के दौरान विभिन्न छात्रों को 25003 डिग्री/मार्कशीट जारी की। जांच में वित्तीय लेनदेन का एक जटिल चक्रव्यूह सामने आया जिसके माध्यम से उपरोक्त अवैध धन को हस्तांतरित स्तरित और उसकी विभिन्न संस्थाओं के बैंक खातों में रखा गया और कमल मेहता, उनकी पत्नी सरिता मेहता, कुशल एज्युकेशन ट्रस्ट और उनके अन्य विभिन्न संस्थाओं के नाम अनेक चल व अचल सम्पत्तियों में निवेश किया गया। इस कार्यालय ने पहले भी इस मामले में कमल मेहता, कुशल एज्युकेशन ट्रस्ट और उससे सम्बन्धित अन्य संस्थाओं की कुल 8.53 करोड़ की चल व अचल सम्पत्तियों को अंतिम रूप से कुर्क कर लिया। इस तरह इस मामले में अब तक कुल 21.51 करोड़ की चल अचल सम्पत्तियों को अंतिम रूप से कुर्क किया जा चुका है और आगे जांच अभी भी जारी है।


Source :Agency news a


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