स्ट्रेचर पर कुर्सी ढोते रहे कर्मचारी, पति ने दर्द से छटपटाती गर्भवती पत्नी को ऐसे एंबुलेंस तक पहुंचाया
रांची। झारखंड के रांची में में शनिवार को एक हैरान करने वाला मामला सामने आया, जहाँ अस्पताल कर्मचारियों की लापरवाही प्रसव पीड़ा से करहा रही एक गर्भवती महिला पर भारी पड़ गई। मजबूर महिला का पति अस्पताल कर्मचारियों के आगे मदद की गुहार लगता रहा मगर कोई उनकी मदद को आगे नहीं आया।
आपको बता दें कि यहाँ अव्यवस्था केवल रिम्स में ही नहीं सदर अस्पताल में भी है। यहां भी हर दिन मरीज और परिजन को कर्मचारी तो कभी डॉक्टर न होने की वजह से परेशान होना पड़ता है। शनिवार को इसकी बानगी देखने को मिली, जब दर्द से छटपटाती एक गर्भवती महिला को स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण उसके पति ने उसे गोद में उठाकर एंंबुलेंस तक पहुंचाया।
वहीं दूसरी ओर कर्मचारी स्ट्रेचर पर कुर्सी ढोने में व्यस्त रहे। महिला के पति ने बताया कि डॉक्टरों ने पत्नी को रिम्स रेफर कर दिया, लेकिन देर तक इंतजार के बाद भी जब कोई ट्रॉलीमैन नहीं आया तो खुद ही पत्नी को गोद में उठाकर एंबुलेंस में पहुंचाया। वहीं, सदर अस्पताल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ. सव्यसाची मंडल कहते हैं कि “हमारे यहां कर्मचारियों की कमी नहीं है।”
मगर ताज़्ज़ुब की बात है कि अस्पताल में काफी संख्या में स्टाफ बावजूद इसके वे मरीजों को मजबूर तड़पता छोड़ देते हैं और मदद करने की बजाय कन्नी काट लेते हैं। ऐसी घटनाएं जहां एक ओर अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती हैं तो वहीं मानवीय संवेदनहीनता का भी ज्वलंत उदाहरण पेश करती हैं।
Source :Agency news
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