असम में आगामी विधानसभा चुनाव में सीएम पद के उम्मीदवार हो सकते है पूर्व CJI रंजन गोगोई


नई दिल्ली / गुवाहाटी / असम में अभी विधान सभा चुनाव अगले साल होने है , मगर बीजेपी में सीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा ? असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत करते हुए दावा किया है कि बीजेपी से आगामी विधान सभा चुनाव में पूर्व जस्टिस रंजन गोगोई सीएम पद के उम्मीदवार हो सकते है। गौरतलब है कि फिलाल अभी असम में सीएम सर्बानंद सोनोवाल की अगुवाई में बीजेपी की सरकार काम कर रही है।


पूर्व सीएम तरुण गोगोई ने मीडिया से बात करते हुए कहाकि मेरे सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि बीजेपी के सीएम उम्मीदवार राज्यसभा जा सकते है तो वह सीएम उम्मीदवार के लिए भी सहमत हो सकते है। बीजेपी के सीएम उम्मीदवार की लिस्ट में रंजन गोगोई का नाम भी शामिल है। उन्होंने कहाकि जब पूर्व जस्टिस तरुण गोगोई ने एक सवाल के जवाब में कहाकि वह कांग्रेस की तरफ से सीएम पद के उम्मीदवार नहीं होंगे। इसके साथ उन्होंने कहाकि बीजेपी राम मंदिर पर दिए गए रंजन गोगोई के फैसले से काफी खुश है और बीजेपी इसका लाभ विधान सभा चुनाव में लेना चाहती है।


रंजन गोगोई का जन्म असम के डिब्रूगढ़ में 18 नवंबर , 1954 में हुआ। 1978 में उन्होंने बतौर एडवोकेट अपना कैरियर गुवाहाटी हाई कोर्ट में वकालत शुरू की। वर्ष 28 फरवरी ,2001 को गोवाहाटी हाई कोर्ट का स्थाई न्यायमूर्ति नियुक्त किया गया। 9 सितंबर , 2010 में उनका तबादला पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट कर दिया गया। 12 फरवरी , 2011 को रंजन गोगोई को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बना दिया गया। और 23 अप्रैल , 2012 में प्रमोट कर सुप्रीम कोर्ट का जज बना दिया गया। जब चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा रिटायर हुए तो जस्टिस रंजन गोगोई को किए जस्टिस बना दिया गया। बतौर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई का कार्यकाल 13 महीने रहा है कि इस दौरान उन्होंने हमेशा याद रखने वाले मामलो की सुनवाई की। जिसमे अयोध्या मामला , राफेल डील मामला , सबरीमाला मंदिर , चीफ जस्टिस को आरटीआई के दायरे में लाना और सरकारी विज्ञापन में नेताओं की तस्वीर प्रकाशित करने पर पाबन्दी जैसे मामले शामिल है।


Source:Agency news 


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