रुद्रपुर की तीन सहकारी समितियों के विलय का विरोध, विधायक शुक्ला द्वारा समिति सदस्यों के साथ इस विलय से किसानों को होनी वाली समस्याओं से डीएम को कराया अवगत।
रुद्रपुर / फौजी मटकोटा, दानपुर और छतरपुर की साधन सहकारी समितियों को बगवाड़ा स्थित सहकारी समिति में विलय करने का किसानों और समिति सदस्यों ने विरोध किया। उन्होंने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन भेजकर समितियों का विलय न करने की मांग की।
तीनों सहकारी समितियों के सदस्य एवं किसान किच्छा विधायक राजेश शुक्ला के साथ मंगलवार को डीएम रंजना राजगुरु से मिले। उन्होंने आरोप लगाया कि फौजी मटकोटा, दानपुर और छतरपुर में कार्यरत कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से किए गए गबन के कारण समितियां घाटे में चली गई थीं।
इस कारण इन समितियों को बगवाड़ा स्थित रुद्रपुर पूर्वी किसान सेवा सहकारी समिति में समायोजित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इन समितियों के समायोजन से किसानों को खाद, बीज और किसान ऋण के लिए करीब सात-आठ किमी दूर बगवाड़ा पहुंचाना पड़ेगा। साथ ही समय की भी बर्बादी होगी।
ज्ञापन देने वालों में भारतीय किसान संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष जगदीश सिंह, सहकारी समिति फौजी मटकोटा के अध्यक्ष ज्ञान सिंह, दीप नारायण मौर्या, राजेश्वर सिंह, हरपाल सिंह, केशव शर्मा, बलदेव सिंह, गुरुचरण सिंह, फकीर दत्त, शिवजी मौर्य, हरदयाल सिंह, ज्ञान प्रकाश दुबे, नूर मोहम्मद, हरभजन सिंह थे।
Source :Agency news
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