बदरीनाथ में मास्टर प्लान का विरोध शुरू,पीएम को भेजा ज्ञापन


हिंदुओं के सर्वोच्च धाम श्री बदरीनाथ का नए मास्टर प्लान से निर्माण पर तीर्थपुरोहितों ने पुनर्विचार किये जाने हेतु प्रधानमन्त्री को ज्ञापन प्रेषित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री से मास्टर प्लान को हिमालय के पर्यावरण व धाम की मौलिकता को नुकसान पहुंचाने वाला बताया। मास्टर प्लान को तत्काल वापस लेने की मांग की है।


सतयुग के धाम श्री बदरीनाथ में नए मास्टर प्लान को लेकर तीर्थ पुरोहितों ने तहसीलदार देवप्रयाग के माध्यम से प्रधान मंत्री मोदी को ज्ञापन भेजा। तीर्थपुरोहितों के अनुसार बदरीनाथ विनियमित क्षेत्र पुनरक्षित महायोजना 2025 को बिना किसी जन सुनवाई के राज्य सरकार ने धरातल पर उतारने की तैयारी कर दी है।


इसके तहत धाम की 85 हेक्टयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। जिसका सीधा असर धाम के सहारे रोजी रोटी चलाने वाले हजारों लोगों पर पड़ेगा। भूमि भवन से बेदखल किये जाने का तीर्थ पुरोहितों सहित अन्य हक-हकूक धारियों, साधु संतो, व्यवसायियों, मजदूरों आदि को गहरा संकट झेलना पड़ेगा।


ज्ञापन में प्रधानमंत्री से धाम मे मास्टर प्लान से विस्थापित होने वाले तीर्थपुरोहितों व हक हाकूकधारियो के पुनर्वास के बारे में स्पष्ट बात नहीं होने पर आपत्ति उठाई गयी है। तीर्थपुरोहितो के अनुसार उनकी पुस्तैनी भूमि व भवनों से बेदखल कर उन्हें दी जाने वाली भूमि व मुआवजे को लेकर सरकार ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है। 


Source:Agency News


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