प्रदेश में बदहाल क्वारंटाइन सेंटर-कोरोना अस्पतालों पर सुनवाई में स्वास्थ्य सचिव का हलफनामा पेश
हाईकोर्ट ने बदहाल क्वारंटाइन सेंटर और कोरोना अस्पतालों की बदहाल व्यवस्था के मामले पर सुनवाई करते हुए अगली सुनवाई शुक्रवार के लिए नियत की है। गुरुवार स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी की ओर से इस मामले में हलफनामा पेश किया गया। कहा गया कि राज्य में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के एक दर्जन लैब में टेस्ट किये जा रहे हैं। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रवि कुमार मलिमथ और न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ में सुनवाई हुई।
अधिवक्ता दुष्यंत मैनाली की जनहित याचिका में कहा है कि राज्य सरकार ने प्रदेश के अस्पतालों को कोविड-19 के रूप में स्थापित किया है। मगर इन अस्पतालों में कोई भी आधारभूत सुविधा नहीं है। हरिद्वार निवासी निवासी सच्चिदानंद डबराल ने भी प्रवासियों की मदद और उनके लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी।
बदहाल क्वारंटाइन सेंटरों के मामले में जिला विधिक प्राधिकरण के सचिव ने विस्तृत रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर माना था कि उत्तराखंड के सभी क्वारंटाइन सेंटर बदहाल स्थिति में है। सरकार की ओर से वहां पर प्रवासियों के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है। याचिका में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की मांग की गई है।
Source: Hindustan samachar
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