उत्तराखंड : विधानसभा भवन के अंदर हो रही सदन की कार्यवाही, बाहर धरना-प्रदर्शन जारी
कोरोना के संकट के बीच आज एक दिन का विधानसभा सत्र चल रहा है। पहली बार हाइब्रिड तरीके से आयोजित हो रहे विधानसभा सत्र में हंगामे के भी पूरे आसार हैं।
Corona in Uttarakhand: विधानसभा सत्र पर और गहराया कोरोना का संकट, दो मंत्री और दो विधायक संक्रमित
वहीं ट्रैक्टर से विधानसभा जा रहे कांग्रेस विधायकों को पुलिस ने रिस्पना पर रोक दिया, जिससे विधायक प्रीतम सिंह, काजी निजामुद्दीन, मनोज रावत समेत कई विधायक सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। विधायक काजी निजामुद्दीन और प्रीतम सिंह ने कहा कि ट्रैक्टर से विधानसभा जाना कोई गुनाह नहीं है। पुलिस किस नियम के तहत उन्हें जाने से रोक रही है।
कुछ देर बाद इन विधायकों को ट्रैक्टर से विधानसभा जाने दिया गया। कृषि विधेयक के खिलाफ विरोध जताते हुए यह विधायक ट्रैक्टर पर विधानसभा पहुंचे। कड़ी सुरक्षा और कोविड प्रोटोकॉल के बीच विधायककों को सदन में एंट्री दी जा रही है।
सभी मंत्री और विधायकों द्वारा पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी, पूर्व विधायक स्वर्गीय बृजमोहन कोटवाल और स्वर्गीय नारायण सिंह भैंसोङा को सदन में श्रद्धांजलि दी गई। जिसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई।
मुख्यमंत्री, मंत्री मदन कौशिक, अरविंद पांडेय, सुबोध उनियाल, रेखा आर्या, सतपाल महाराज ,विधायक मुन्ना सिंह चौहान, मुकेश कोली, भरत चौधरी, प्रीतम सिंह चौहान, प्रीतम सिंह पंवार, ममता राकेश, सुरेंद्र सिंह जीना, काजी निजामुद्दीन, मनोज रावत इत्यादि सदन में मौजूद हैं।
आम आदमी पार्टी ने किया विधानसभा कूच
कृषि अध्यादेश के विरोध में आम आदमी पार्टी ने विधानसभा कूच किया। पुलिस ने डिफेंस कॉलोनी गेट पर आप कार्यकर्ताओं को बैरिकेडिंग कर रोक दिया। कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया। पुलिस और कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की भी हुई।
राज्य निर्माण के 20 साल बाद भी आंदोलनकारियों का चिह्नीकरण ना किए जाने के विरोध में राज्य आंदोलनकारियों ने विधानसभा सत्र के दौरान प्रदर्शन किया। रोजगार की मांग को लेकर उत्तराखंड बेरोजगार महासंघ के सदस्यों ने रिस्पना पुल बैरिकेडिंग के समीप विरोध प्रदर्शन किया।
सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा
विधानसभा से मिली जानकारी के मुताबिक सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा। सरकार की ओर से करीब 19 विधेयक लाए जा रहे हैं। इनमें से कई विधेयक रिप्लेसमेंट बिल भी हैं। मतलब यह कि सरकार पूर्व में लाए गए अध्यादेशों को विधेयक के रूप में लाएगी। भोजन अवकाश से पहले यह सभी विधेयक सदन में रखे जाएंगे। भोजन अवकाश के बाद इन्हें पारित किया जाएगा।
प्रश्नकाल न होते हुए भी सदन में कार्यस्थगन प्रस्तावों को लाने की अनुमति दी जा चुकी है। कांग्रेस ने भी कार्यस्थगन प्रस्तावों के जरिए ट्रेजरी बैंच को घेरने की पूरी रणनीति बनाई है। ऐसे मे सदन में हंगामे के भी आसार रहेंगे।
सत्र में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के साथ ही स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल भी नहीं हैं।
मंत्री धन सिंह रावत कोरोना पॉजिटिव होने के कारण सदन में नहीं हैं। इसी तरह परिवहन मंत्री यशपाल आर्य वर्चुअल शामिल हैं।
कैग रिपोर्ट भी रखी जाएगी सदन के पटल पर
सदन में कैग रिपोर्ट भी रखी जाएगी और कुछ विभागों के वार्षिक प्रत्यावेदन भी रखे जा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक कैग की यह रिपोर्ट राज्य के वित्तीय हालात पर है।
मंगलवार को मंत्री धन सिंह रावत, दो अन्य विधायक मिले संक्रमित
सत्र से ठीक एक दिन पहले कोरोना का साया और गहरा गया है। मंगलवार को देर शाम तक उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, कांग्रेस के उपनेता करन माहरा और सत्ता पक्ष के विधायक पुष्कर धामी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इनके टेस्ट सोमवार को हुए थे।
मंगलवार को विधायक आवास मेें राम सिंह कैड़ा, महेंद्र भट्ट, सुरेंद्र सिंह जीना, शक्ति लाल शाह, मुन्नी देवी, धन सिंह नेगी, सुरेंद्र सिंह नेगी, आदेेेश चौहान (बीएचईएल रानीपुर), मुन्ना सिंह चौहान के टेस्ट हुए। इसके अलावा वन मंत्री हरक सिंह रावत और शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने भी कोविड टेस्ट कराया।
विधायकों के अलावा विधानसभा कर्मियों के भी मंगलवार को टेस्ट किए गए। विधानसभा से मिली जानकारी के मुताबिक कुल 62 कर्मियों के टेस्ट हुए। इनमें से विधानसभा के डिप्टी मार्शल लक्ष्मण सिंह रावत भी संक्रमित पाए गए।
सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा
विधानसभा से मिली जानकारी के मुताबिक सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा। सरकार की ओर से करीब 19 विधेयक लाए जा रहे हैं। इनमें से कई विधेयक रिप्लेसमेंट बिल भी हैं। मतलब यह कि सरकार पूर्व में लाए गए अध्यादेशों को विधेयक के रूप में लाएगी। भोजन अवकाश से पहले यह सभी विधेयक सदन में रखे जाएंगे। भोजन अवकाश के बाद इन्हें पारित किया जाएगा।
प्रश्नकाल न होते हुए भी सदन में कार्यस्थगन प्रस्तावों को लाने की अनुमति दी जा चुकी है। कांग्रेस ने भी कार्यस्थगन प्रस्तावों के जरिए ट्रेजरी बैंच को घेरने की पूरी रणनीति बनाई है। ऐसे मे सदन में हंगामे के भी आसार रहेंगे।
सत्र में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के साथ ही स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल भी नहीं हैं।
मंत्री धन सिंह रावत कोरोना पॉजिटिव होने के कारण सदन में नहीं हैं। इसी तरह परिवहन मंत्री यशपाल आर्य वर्चुअल शामिल हैं।
कैग रिपोर्ट भी रखी जाएगी सदन के पटल पर
सदन में कैग रिपोर्ट भी रखी जाएगी और कुछ विभागों के वार्षिक प्रत्यावेदन भी रखे जा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक कैग की यह रिपोर्ट राज्य के वित्तीय हालात पर है।
मंगलवार को मंत्री धन सिंह रावत, दो अन्य विधायक मिले संक्रमित
सत्र से ठीक एक दिन पहले कोरोना का साया और गहरा गया है। मंगलवार को देर शाम तक उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, कांग्रेस के उपनेता करन माहरा और सत्ता पक्ष के विधायक पुष्कर धामी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इनके टेस्ट सोमवार को हुए थे।
मंगलवार को विधायक आवास मेें राम सिंह कैड़ा, महेंद्र भट्ट, सुरेंद्र सिंह जीना, शक्ति लाल शाह, मुन्नी देवी, धन सिंह नेगी, सुरेंद्र सिंह नेगी, आदेेेश चौहान (बीएचईएल रानीपुर), मुन्ना सिंह चौहान के टेस्ट हुए। इसके अलावा वन मंत्री हरक सिंह रावत और शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने भी कोविड टेस्ट कराया।
विधायकों के अलावा विधानसभा कर्मियों के भी मंगलवार को टेस्ट किए गए। विधानसभा से मिली जानकारी के मुताबिक कुल 62 कर्मियों के टेस्ट हुए। इनमें से विधानसभा के डिप्टी मार्शल लक्ष्मण सिंह रावत भी संक्रमित पाए गए।
सदन में अब प्रीतम सिंह कांग्रेस के संकट मोचक
एक दिन के सत्र में अब कांग्रेस का सारा दारोमदार प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह पर आकर टिक गया है। मंगलवार को उनकी कोविड रिपोर्ट निगेटिव आने से कांग्रेस को राहत मिली है।
नेता प्रतिपक्ष की गैर मौजूदगी के बाद उपनेता करन माहरा भी सदन में नहीं हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल सत्र में वर्चुअल जुड़ रहे हैं और यह सदन की कार्यवाही के दौरान ही साफ हो पाएगा कि उनकी उपस्थिति कितनी कारगर होती है।
कांग्रेस के कुल 11 विधायक हैं। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश, धारचूला विधायक हरीश धामी, रानीखेत विधायक करन माहरा कोरोना संक्रमित होने के कारण सदन में नहीं हैं। बताया जा रहा है कि फुरकान अहमद का स्वास्थ्य भी सही नही है। इसी तरह पुरोला विधायक राजकुमार भी स्वस्थ महसूस नहीं कर रहे हैं।
ऐसे में कांग्रेस विधायकों की संख्या सदन में केवल पांच ही है। प्रीतम के लिए राहत की बात ये है कि उनके साथ मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन, केदारनाथ विधायक मनोज रावत, ममता राकेश और आदेश चौहान की मौजूदगी है।
Source:Agency News
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