आखिरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में ‘म्यूट बटन’ ने निभाया अहम रोल, ऐसे रहे ट्रंप और बाइडेन के अतिंम 90-मिनट

 



अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव बहस के दौरान ट्रंप और बाइडेन ने शिष्टता दिखाई और काफी संयम और शिष्टता का प्रदर्शन किया।नाश्विल के बेलमॉन्ट विश्वविद्यालय में ट्रंप और बाइडेन के बीच बृहस्पतिवार की रात दूसरी और अंतिम 90-मिनट की बहस के दौरान दोनों नेताओं ने संयम दिखाया।



 


वाशिंगटन / अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के बीच राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए बृहस्पतिवार को अंतिम बहस (प्रेसिडेंशियल डिबेट) के दौरान ‘म्यूट बटन’ ने अच्छी तरह से काम किया क्योंकि दोनों नेताओं ने पहली बहस के विपरीत इस बार संयम और शिष्टता का प्रदर्शन किया। दोनों नेताओं के बीच आखिरी बहस के दौरान माइक्रोफोन को ‘म्यूट’ करने के लिए ‘म्यूट बटन’ लाया गया क्योंकि पहली बहस के दौरान ट्रंप और बाइडेन एक-दूसरे को अपनी बात कहते समय संयम नहीं बरत पाए थे जिससे असहज स्थिति बन गई थी। ओहियो के क्लीवलैंड में हुई पहली बहस के दौरान बनी असहज स्थिति की वजह से ही आयोजकों को ‘म्यूट बटन’ का इस्तेमाल करना पड़ा।


नाश्विल के बेलमॉन्ट विश्वविद्यालय में ट्रंप और बाइडेन के बीच बृहस्पतिवार की रात दूसरी और अंतिम 90-मिनट की बहस के दौरान दोनों नेताओं ने संयम दिखाया। इससे पहले, दोनों नेताओं के बीच पिछले महीने हुई पहली बहस काफी गर्मागर्म रही थी, जिसमें कोविड-19, नस्ली भेदभाव, अर्थव्यवस्था और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे उठाए गए थे। ‘कमीशन ऑन प्रेसिडेंशियल डिबेट’ (सीपीडी) ने सोमवार को नए नियमों की घोषणा करते हुए स्पष्ट कर दिया था कि बहस के दौरान ‘म्यूट बटन’ का इस्तेमाल होगा। नियमों के तहत प्रतिद्वंद्वी वक्ताओं के माइक्रोफोन दो मिनट के लिए ‘म्यूट’ करने की व्यवस्था की गई, ताकि अंतिम बहस के दौरान वे निर्बाध रूप से अपनी शुरुआती टिप्पणियां रख सकें। नए नियमों के तहत ट्रंप और बाइडेन के पास बहस के हर 15 मिनट के खंड की शुरुआत में बोलने के लिए दो मिनट का ऐसा समय था जिसमें वे एक-दूसरे को टोक नहीं सकते थे। दोनों नेताओं ने इस नियम पर सहमति जताई थी।


Source:Agency News


 



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