ALERT: सर्दियों में दोगुनी दूरी तक मार कर सकेगा कोरोना वायरस

 



कोरोना वायरस का संक्रमण बीते एक महीने में काफी तेजी से कम हुआ है। पर डॉक्टरों को आशंका है कि लापरवाही बरती गई तो सर्दियों में संक्रमण दर बढ़ सकती है। इसके पीछे डॉक्टर ठंडे मौसम को बड़ा कारण बता रह हैं। जिसमें वायरस के मार करने की क्षमता दोगुना दूरी तक बढ़ सकती है। 


मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. उमेश कुमार के अनुसार ठंडे मौसम में वायरस के लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा हो जाती हैं। जिस कारण वह न सिर्फ ज्यादा देर तक जीवित रह सकता है बल्कि उसके एक से दूसरे स्थान तक पहुंचने की दूरी भी बढ़ जाती है।


गर्म मौसम में किसी कोरेाना संक्रमित के नाक, मुंह से निकलने वाली छोटी बूंदे (एरोसोल्स) एक से तीन मीटर दूरी तक जाती हैं। इसलिए कोरोना वायरस से बचने को सोशल डिस्टेंसिंग बरतने के नियम भी इसी दूरी के अनुसार बनाए हैं। विभिन्न वैज्ञानिक शोध से पता चलता है कि सर्दियों में चूंकि तापमान कम व मौसम नम होता है।


मुंह से निकलने वाले एरोसोल्स वाष्पित होने में ज्यादा समय लेती हैं। इससे न सिर्फ वायरस ज्यादा चार से पांच मीटर दूरी पहुंच सकता है बल्कि उसके ज्यादा देर सतह में जीवित रहने की आशंका भी बनी रहती है। इसलिए लापरवाही बरतने पर वायरस के संक्रमण बढ़ने की पूरी आशंका बनी रहती है। 


चार कोविड प्रयोगशालाएं चल रहीं
मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में चार कोविड टेस्टिंग प्रयोगशालाएं वर्तमान में चल रही हैं। विभागाध्यक्ष डॉ. उमेश कुमार के अनुसार आईसीएमआर प्रोजेक्ट के तहत वायरोलॉजी लैब पहले से काम कर रही है। इसके अलावा एमआरयू के साथ एक टूनेट व एक एंटीजन लैब चल रही है।


कोरोना वायरस माइनस 80 डिग्री पर भी सुरक्षित
कोरोना वायरस जांच के लिए उसे कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित किया जाता है। अमूमन वायरस के सैंपल को माइनस 20 से माइनस 80 डिग्री सेल्सियस सुरक्षित किया जाता है। पर इतने कम तापमान पर भी वायरस कई दिनो तक जीवित रहता है। पर सैंपल की जांच करने के लिए उसे कमरे के सामान्य तापमान पर लाया जाता है।


यहां कोविड के मरीज बीते एक महीने में तेजी से कम हुए हैं। पर सर्दियों में अमूमन वायरस का असर बढ़ जाता है। इसलिए वायरस के मरीज ज्यादा आते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क का प्रयोग ही वायरस से बचने का एकमात्र जरिया है। त्यौहारी सीजन में इसका प्रयोग ही वायरस से सुरक्षा देगा।
डॉ. अरुण जोशी, वरिष्ठ प्रोफेसर जनरल मेडिसिन मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी


Source:Hindustan samachar


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