दुर्गा पूजा उत्सव में बोले PM मोदी, हम विभिन्न नीतियों के जरिए महिला सशक्तिकरण के लिए कर रहे काम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महिलाएं मां दुर्गा का प्रतीक हैं, हम विभन्न नीतियों और योजनाओं के जरिए महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं।
कोलकाता / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल भाजपा द्वारा आयोजित पूजा का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं महाषष्ठी पर दुर्गा पूजा उत्सव का हिस्सा बनकर सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं कोविड-19 महामारी के दौरान आयोजित की जा रही दुर्गा पूजा का जश्न मनाते समय सभी से सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क पहनने का अनुरोध करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी मां दुर्गा ‘दारिद्रय दु:ख भय हारिणि’ कही जाती हैं, ‘दुर्गति-नाशिनी’ कही जाती हैं। अर्थात, वो दुखों को, दरिद्रता को, दुर्गति को दूर करती हैं। इसलिए, दुर्गापूजा तभी पूरी होती है जब हम किसी के दुख को दूर करते हैं, किसी गरीब की मदद करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि महिषासुर का वध करने के लिए माता का एक अंश ही पर्याप्त था, लेकिन इस कार्य के लिए सभी दैवीय शक्तियां संगठित हो गई थीं। वैसे ही नारी शक्ति हमेशा से सभी चुनौतियों को परास्त करने की ताकत रखती है। ऐसे में सभी का दायित्व है कि संगठित रूप से सभी उनके साथ खड़े हों। प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाएं मां दुर्गा का प्रतीक हैं, हम विभन्न नीतियों और योजनाओं के जरिए महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं।
रेप की सजा से जुड़े कानूनों को किया गया सख्त
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रेप की सजा से जुड़े कानूनों को बहुत सख्त किया गया है, दुराचार करने वालों को मृत्युदंड तक का प्रावधान हुआ है। भारत ने जो नया संकल्प लिया है- आत्मनिर्भर भारत के जिन अभियान पर हम निकले हैं, उसमें भी नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है।
नारीशक्ति को किया सशक्त!
उन्होंने कहा कि 22 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खोलना हो या फिर मुद्रा योजना के तहत करोड़ों महिलाओं को आसान ऋण देना हो। चाहे 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान हो या फिर तीन तलाक के खिलाफ कानून हो। देश की नारीशक्ति को सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया जा रहा है।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आत्मनिर्भरता का संदेश देते हुए कहा कि ये बंगाल की ही धरती थी जिसने आज़ादी के आंदोलन में स्वदेशी को एक संकल्प बनाने का काम किया था। बंगाल की ही धरती से गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर और बंकिम चंद्र चटर्जी ने आत्मनिर्भर किसान और आत्मनिर्भर जीवन का संदेश दिया था।
90 लाख महिलाओं को दिया मुफ्त गैस कनेक्शन
उन्होंने कहा कि बंगाल के लोगों को मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने के लिए निरंतर काम हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बंगाल में करीब-करीब 30 लाख गरीबों के लिए घर बनाए जा चुके हैं। उज्जवला योजना के तहत करीब 90 लाख गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए गए हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने इनफ्रास्ट्रक्चर की भी बात की और कहा कि बंगाल के इनफ्रास्ट्रक्चर के लिए, कनेक्टिविटी सुधारने के लिए भी लगातार काम हो रहा है। कोलकाता में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर परियोजना के लिए भी साढ़े 8 हजार करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
Source:Agency News
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