पराली से लगातार बढ़ते प्रदूषण के बीच क्या फिर से लागू होगा ऑड-ईवन
गोपाल राय ने एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर अन्य सभी रास्ते विफल हो जाते हैं तो दिल्ली सरकार सम-विषम योजना को लागू करने के बारे में सोचेगी। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में हमने कई बार सम-विषम योजना लागू की है और यह हमारा अंतिम विकल्प होगा।
नयी दिल्ली / दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कहा कि महानगर में वायु प्रदूषण से लड़ने में सम-विषम योजना को लागू करना ‘अंतिम विकल्प’ होगा और वर्तमान में सरकार ‘‘रेड लाइट जली, गाड़ी बंद’’ अभियान पर ध्यान दे रही है। सम-विषम योजना में सम और विषम नंबर से शुरू होने वाले वाहन एक-एक दिन के अंतराल पर चलते हैं। राय ने एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर अन्य सभी रास्ते विफल हो जाते हैं तो दिल्ली सरकार सम-विषम योजना को लागू करने के बारे में सोचेगी। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में हमने कई बार सम-विषम योजना लागू की है और यह हमारा अंतिम विकल्प होगा। सम-विषम योजना वाहन से होने वाले प्रदूषण को कम करने का तरीका है, इसलिए फिलहाल हम पूरी तरह इस अभियान (रेड लाइट जली, वाहन बंद) पर ध्यान दे रहे हैं और अगर अन्य कार्यक्रम सफल नहीं हुए तब सरकार सम-विषम योजना लागू करने के बारे में सोचेगी।’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 15 अक्टूबर को ‘रेड लाइट जली, गाड़ी बंद’ अभियान की शुरुआत की थी ताकि महानगर में वायु प्रदूषण से निपटा जा सके और उन्होंने लोगों से अपील की कि यातायात सिग्नल पर इंतजार करने के दौरान वाहन का इंजन बंद कर दें। राय ने एक अन्य सवाल के जवाब में दावा किया कि दिल्ली एकमात्र स्थान है जहां पिछले पांच वर्षों में वायु प्रदूषण में कमी आई है जबकि अन्य जगहों पर वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी देखी गई है।
Source:Agency News
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