रुड़की: मेहंदी डोरी की रस्म के साथ उर्स का आगाज, संदल और प्रसाद लेकर दरगाह पहुंचे अकीदतमंद


मेहंदी डोरी की रस्म के साथ रविवार को साबिर पाक के 752वें सालाना उर्स का आगाज हो गया। रस्म के दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरा पालन किया गया। मेहंदी डोरी की रस्म में सज्जादा नशीन परिवार के लोग और उनके खास अनुयायियों ने ही शिरकत की। 


रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे सज्जादा नशीन शाह मंसूर एजाज साबरी, नायब सज्जादा नशीन शाह अली एजाज साबरी और उनके परिवार व खास मुरीद (अनुयायी) अल्ला हु अकबर की सदाओं के साथ कलियर स्थित अपने पुराने घर पहुंचे। यहां से अपने सिर पर मेहंदी, डोरी की थाल, संदल और प्रसाद लेकर सूफियाना कव्वालियों के साथ दरगाह साबिर पाक पहुंचे। इसके बाद सज्जादा नशीन शाह मंसूर एजाज साबरी और शाह अली एजाज साबरी ने दरगाह साबिर पाक में मेहंदी डोरी और संदल पेश किया। वहीं, शाह अली एजाज साबरी ने मेहंदी डोरी अकीदतमंदों को प्रसाद के तौर पर बांटी। 
बाद में दरगाह में कुल शरीफ किया गया। कुल शरीफ के बाद देश में अमन चैन और कोरोना जैसी बीमारी से निजात की दुआ मांगी गई। मेहंदी डोरी की रस्म में कव्वालों ने अपने कलाम पेश किए। हालांकि, कोरोना के चलते इस बार सज्जादा नशीन और पुलिस प्रशासन लगातार भीड़ नहीं लगाने की अपील करते रहे।
इस मौके पर सज्जादा नशीन परिवार की ओर से शाह कासिफ एजाज, शाह खालिक मियां, शाह यावर अली, शाह गाजी, नैय्यर अजीम फरीदी, शाह गाजी, राजी मियां, शाह असद साबरी, सूफी इसरार साबरी, सूफी राशिद साबरी, शादाब कुरैशी, शाह सुहेल, सफीक साबरी, डॉ. इनाम साबिर, नोमी मिया, समद साबरी, शाह आलम बाबा मनजीत शाह, शिवम बाबा साबरी, सुमित साबरी, सलीम बाबा आदि मौजूद रहे।


मेहंदी डोरी की रस्म में नहीं जुटने दी भीड़
उर्स में कोविड-19 के नियमों का पालन कराने के लिए पुलिस सतर्क है। रविवार को मेहंदी डोरी की रस्म के दौरान जायरीनों की भीड़ न पहुंचे, इसको देखते हुए पुलिस बल तैनात रहा। भीड़ नियंत्रण करने के लिए पांच जगहों पर बैरिकेडिंग की गई थी।


साथ ही एनाउंसमेंट के जरिए मास्क लगाने और शारीरिक दूरी बनाए रखने की लगातार अपील की जाती रही। एसओ जगमोहन रमोला ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग लगाई गई थी। मेहंदी डोरी की रस्म शांतिपूर्ण तरीके से अदा कराई गई।


उर्स की मुख्य रस्में
18 अक्तूबर को मेहंदी डोरी 
29 अक्तूबर को छोटी रोशनी
30 अक्तूबर को बड़ी रोशन
31 अक्तूबर को कुल शरीफ
1 नवंबर को गुस्ल शरीफ
2 नवंबर को नातिया मुशायरा
3 नवंबर को दुआ के साथ उर्स सम्पन्न


Source:Agency News


 


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