एस.पी.क्राईम से मिला प्रतिनिधि मंडल-शाक्य कालेज में नेपाली बच्चों की प्रताड़ना की करी निष्पक्ष जांच की मांग

 



देहरादून-राजधानी के पुरकुल गांव में तिब्बत के शाक्य संप्रदाय के मठ की तरफ से चलाये जा रहे शाक्य ऐकेडमी में विगत दिनों चर्चा में आये नेपाली मूल के बच्चों  को निर्ममता के साथ पीटने और उसके बाद नेपाली मूल के ही शिक्षक के अत्महत्या कर लेने से इस पूरे प्रकरण की गुत्थी अब और उलझती जा रही है जिसने पूरे प्रकरण को संदिग्ध बना दिया है। गौरतलब है कि मठ तिब्बत समुदाय का है बच्चे नेपाली मूल के है और घटना का केन्द्र बिन्दु भारत है जबकि कुछ दिनों से भारत और चीन के रिश्तों में कड़वाहट पूरे मामले को और भी ज्यादा संवेदनशील बना चुकी है। नेपाली बच्चों को निर्ममता से पीटे जाने और कुछ बच्चों के मठ से भाग जाने के बाद नेपाल की आवााम में भी खासा उबाल है। आपको बता दें कि इस घटना से आक्रोशित होकर कई संगठनों ने अपनी आपत्ति जताइ्र्र थी इसी क्रम में आज एक प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस अधीक्षक (क्राईम) से मुलाकात करी। प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस अधीक्षक क्राईम से मिलकर तिब्बत समुदाय के शाक्य एकेडमी में नेपाली मूल के बच्चों को निर्ममता से पीटे जाने पर गहरा दुःख प्रकट किया साथ ही मठ के प्रबंधन पर भी सवाल उठाये,प्रतिनिधि मंडल मे शामिल सुश्री सारिका प्रधान ने एस.पी. क्राईम से कहा कि मठ के अन्दर मौजूद नेपाली मूल के बच्चों के हिन्दू नाम से तिब्बती-बौद्ध धर्म से जुड़ने वाले नाम क्यों और किस मकसद से रखे गये है उन्होंने इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।वहीं हैल्थ क्रास संस्था के संस्थापक विशाल थापा ने कहा कि भारत के नेपाल के साथ हमेशा से दोस्ताना संबंध रहे हैं लिहाजा हमारी जाच एजेंसियां इस पूरे प्रकरण की सारे पहलुओं की बारीकी से जांच करें व दोषी पाये जाने वाले के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें जिससे हमारे पड़ोसी देश नेपाल को ये न महसूस हो कि उनकेे बच्चों के साथ अन्याय किया जा रहा है। इस प्रतिनिधि मंडल मे अखिल भारतीय गोर्खा मोर्चा की अध्यक्षा सुश्री सारिका प्रधान,हैल्थ क्रास के संस्थापक विशाल थापा,वीर गोर्खा कल्याण समिति के अध्यक्ष श्रवण प्रधान,समाज सेवी अनिल कक्कड,राजशेखर भट्ट,सलीम रज़ा व लोकोश शर्मा आदि मौजूद थे। 


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