अजब-गजब : गृहमंत्री अमित शाह का हमशक्ल देहरादून में…
राज शेखर भट्ट
देहरादून। सर्वविदित है कि किसान और सरकार के बीच न फैसले उचित हो रहे हैं और न ही रजामंदी। सरकार और किसान, दोनों पक्ष अपनी-अपनी बातों पर अड़े हैं। दिसम्बर-जनवरी की कड़क सर्दी में किसान आंदोलन कर रहे हैं। सभी का पेट पालने वाला अन्नदाता ही आज बेहद तकलीफों में अपना जीवन व्यतीत कर रहा है। कृषि प्रधान देश में भूख-प्यास से जूझकर किसानों का आंदोलन करना शर्मनाक बात है। वहीं दूसरी ओर सरकार की बेरूखी दिखाना और किसानों की सुनवाई न करना भी दुखद पहलू है। यहां सबसे ज्यादा दुख इस बात का है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी चुप्पी धरे बैठे हुये हैं। अपनी नीतियों, अपने व्याख्यानों और अपने भाषणों में राजनीति के तीर-कमान सजाने में लगे हुये हैं।
आज एक अजब-गजब स्थिति सामने आयी है। उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में गृहमंत्री अमित शाह का हमशक्ल देखने को मिला है। अमित शाह के हमशक्ल, जिनका नाम मनीष शर्मा है, जो निवास स्थान अमन विहार, सहस्त्रधारा रोड, देहरादून में स्थित है। इनकी आई.टी पार्क से पहले सहस्त्रधारा रोड में एक प्रसिद्ध और बड़ी चाय की दुकान ‘‘चाय का नुक्कड़’’ है, जहां फास्ट फूड भी बनाये जाते हैं। जब इनसे मुलाकात की गयी तो इनकी कद-काठी, पहनावा, उठना-बैठना और बातचीत करने का तरीका कुछ इस तरह का था, जैसे कि गृहमंत्री अमित शाह ही हों। अमित शाह के हमशक्ल की इस बात को एक संयोग ही कहा जा सकता है। लेकिन रहन-सहन, वेष-भूषा और बर्ताव भी उसी तरह होना एक गहरा संयोग है। मनीष शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता भी ली हुयी है। अपने व्यवसाय के साथ श्री शर्मा अपना समय समाजसेवा में भी देते हैं।
बहरहाल, वर्तमान में किसानों के मुद्दे पर वास्तविकता चुप्पी धरे हुए बैठी हुयी है। यदि वास्तविक जीवन ही शून्य प्रतीत होने लगे तो उसके हमशक्ल का ही सहारा लेना उचित है। क्योंकि यदि आरिजनल डाॅक्योमेंट मौके पर न हो तो उसकी दूसरी प्रति अर्थात डुप्लीकेट से ही काम चलाना पड़ेगा। ऐसा ही एक मामला देहरादून में भी हमारे सामने आया है। भले ही अमित शाह की दूसरी प्रति अर्थात मनीष शर्मा राजनीति में नहीं हैं, परन्तु ऐसा भी हो सकता है कि आने वाले समय में मीडिया ‘‘कांग्रेस का शाह’’ को भी तवज्जो देने लगे।
जब अमित शाह की दूसरी प्रति के बारे में पता चला तो आज दिनांक 26.12.2020 के दिन पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री सुश्री सारिका प्रधान, इंडियन आईडल मासिक पत्रिका के सम्पादक अनिल कुमार कक्कड़ देवभूमि समाचार पत्र के सम्पादक राज शेखर भट्ट, बृजपाल धीमान और संजय मल्ल ने गृहमंत्री के हमशक्ल से मुलाकात की। सुश्री सारिका प्रधान ने किसानों की दयनीय स्थिति पर अमित शाह के हमशक्ल से बातचीत की। सभी के बीच किसानों के आंदोलन और सरकार की गुत्थमगुत्थी के संबंध में वार्ता हुयी। भले ही मनीष शर्मा राजनीति में नहीं हैं, लेकिन राजनीति की शुरूआत करने की इच्छा रखते हैं।
यदि भाजपा सरकार चाहे अपनी पार्टी में मनीष शर्मा को एक अच्छा पद देकर राजनीति के बदलते रूखों को अलग दिशा देने की जरूरत है। गौर करने लायक बात यह भी है कि मनीष शर्मा हूबहू अमित शाह की तरह दिखते हैं, तो पार्टी में स्टार प्रचारक का कार्य बखूबी कर सकते हैं। यह भी जरूरी नहीं कि मनीष शर्मा भारतीय जनता पार्टी से ही अपनी राजनीति की शुरूआत करें। भाजपा विरोधी पार्टियों की राजनीति भी इस चेहरे से चमक सकती है, जरूरत है शुरूआत करने की।
आज दिनांक 26.12.2020 के दिन सुश्री सारिका प्रधान के नेतृत्व में हम अमित शाह के हमशक्ल मनीष शर्मा से मिले। उनसे जब राजनीति, किसान आंदोलन तथा अन्य कई मुद्दों पर बातचीत की गयी, तो उन्होंने अपने सहज स्वभाव में अपनी राय रखी। इंडियन आईडल से जुड़े रहें और कल सुबह 11 बजे देखें आज की बातचीत का वीडियो। देखें किस तरह के थे मनीष शर्मा के व्याख्यान? भारतीय जनता पार्टी के बारे ऐसा क्या कह दिया मनीष शर्मा ने? किसान आंदोलन को कितना सही मानते हैं मनीष शर्मा? राजनीति में आये तो क्या करेंगे मनीष शर्मा?
इंडियन आईडल में देखें कल सुबह 11 बजे...
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