शादी समारोहों में शराब बैन होने का प्रस्ताव हुआ पारित,बढ़ रही थी घरेलू हिंसा की शिकायतें
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के रतीर केठी गाँव के प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक महेश सिंह ने स्थानीय लोगों को धन्यवाद के रूप में पैसे की जगह शराब देने का वादा किया। महेश ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि स्थानीय निवासियों ने महेश की चचेरी बहन और दो बेटियों की शादी के कार्यों में मदद की थी। इसी को देखते हुए स्थानीय परंपरा के अनुसार महेश ने मेहमानों के हर एक समारोह में शराब पर 15,000 रुपये खर्च किए। बता दें कि रतीर केठी जैसे दूरदराज के इलाकों में मजदूर मिलना काफी कठिन साबित हो जाता है, इसलिए स्थानीय गांव के लोग ही मदद को आगे आते है।
परंपरा ने बढ़ाई घरेलू हिंसा--पैसे के बदले शराब देने के इस वादे ने अब काफी मुशिकलें पैदा कर दी है। बता दें कि इससे लोग काफी शराब के नशे में चूर हो रहे है और घरेलू हिंसा की शिकायतें भी हर रोज बढ़ रही है। बढ़ते घरेलू हिंसा की शिकायतों के मद्देनजर रतिर केठी गांव ने शादी समारोहों, धार्मिक और साथ ही सामाजिक समारोहों जैसे मेलों में शराब की बिक्री, वितरण और सेवा पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पारित किया है। प्रधान सुरेंद्र सिंह मेहता ने कहा, रति केरी की महिलाओं के कारण यह बदलाव आ पाया है। उन्होनें बताया कि 80 घरों के हर एक सदस्य की मदद से यह प्रस्ताव पारित हुआ है। बता दें कि इस प्रस्ताव को पारित करने पर न ही किसी ने विरोध किया। इस प्रस्ताव की एक कॉपी पुलिस स्टेशन और अधिकारियों को सौंप दी गई है।
क्या है प्रस्ताव में? --इस प्रस्ताव के मुताबिक, समारोहों या समारोहों में शराब पर प्रतिबंध लगाने के अलावा, प्रस्ताव में कहा गया है कि अगर नशे की हालत में कोई व्यक्ति परिवार के सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार करता है या घरेलू हिंसा करता है, तो पंचायत इस मामले को पुलिस तक ले जाएगी। यदि कोई भी व्यक्ति किसी सार्वजनिक स्थान पर या किसी शराबी के नशे में हंगामा मचाता है या झड़प करता है, तो ग्रामीण पुलिस के पास जा सकते हैं। बागेश्वर के एसपी मणिकांत मिश्रा ने कहा कि “ग्रामीणों ने यह अनुरोध किया है कि शादी और अन्य कार्यक्रमों के दौरान शराब की बिक्री और खपत न हो। मिश्रा ने कहा कि शराब पहाड़ियों में सबसे ज्यादा बहस, हाथापाई और अपराधों का कारण है। उन्होंने कहा कि जिले में हाल के सीज़न में शादी समारोहों में मेहमानों के बीच झड़प के कम से कम चार मामले सामने आए है। एसपी ने आगे कहा, पुलिस यह सुनिश्चित कर सकती है कि गांव के आसपास थोक और किराने की दुकानों से शराब की अवैध बिक्री न हो।
Sources:Agency News
टिप्पणियाँ