राजनीतिक वंशवाद लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन, इसे जड़ से उखाड़ने की जरूरत-मोदी

 

नई दिल्ली / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर द्वितीय राष्ट्रीय युवा संसद उत्सव के समापन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राजनीतिक वंशवाद को लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन करार दिया और इसे जड़ से उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने दावा किया कि अब केवल सरनेम के सहारे चुनाव जीतने वालों के दिन लदने लगे हैं। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू और  केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वंशवाद की वजह से राजनीति में आगे बढ़े लोगों को लगता है कि उनके पहली की पीढ़ियों के भ्रष्टाचार का हिसाब नहीं हुआ तो उनका भी कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उन्होंने कहा कि देश की राजनीति में अभी भी ऐसे लोग हैं जिनका आचार, विचार और लक्ष्य सब कुछ अपने परिवार की राजनीति और राजनीति में अपने परिवार को बचाने का ही है।पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र का एक सबसे बड़ा दुश्मन पनप रहा है और वह है राजनीतिक वंशवाद। राजनीतिक वंशवाद देश के सामने ऐसी ही चुनौती है, जिसे जड़ से उखाड़ना है। यह बात सही है कि अब केवल सरनेम के सहारे चुनाव जीतने वालों के दिन लदने लगे हैं। लेकिन राजनीति में वंशवाद का यह रोग अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद कुछ बदलाव अभी भी बाकी हैं और इन बदलावों को लाने के लिए देश के युवाओं को आगे आना होगा।राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्देश्‍य देश के युवाओं की प्रतिभा सामने लाने तथा उन्‍हें अपनी प्रतिभा को दर्शाने का मंच प्रदान करना है। राष्ट्रीय युवा महोत्सव हर साल 12 से 16 जनवरी तक मनाया जाता है। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती है। इसे राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल राष्ट्रीय युवा महोत्सव के साथ राष्‍ट्रीय युवा संसद समारोह भी आयोजित किया जा रहा है।राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव 31 दिसंबर, 2017 को प्रधानमंत्री द्वारा 'मन की बात' में दिए गए विचार पर आधारित है। इस विचार से प्रेरणा लेते हुए पहला एनवाईपीएफ 12 जनवरी से 27 फरवरी, 2019 तक 'न्यू वॉयस ऑफ द न्यू इंडिया और फाइंड सॉल्यूशंस एंड कंट्रिब्यूट टू पॉलिसी' थीम के साथ आयोजित किया गया था। इस दौरान कार्यक्रम में कुल 88,000 युवाओं ने भाग लिया था।

Sources:एएनआइ

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