नेपाल सीमा पर अंतर्राष्ट्रीय कारिडोर बनाने पर बनी सहमति
भारत और नेपाल सीमा पर अंतर्राष्ट्रीय कारिडोर बनाने पर सहमति बन गई है। इससे दोनों देशों के बीच कार्मिशियल वाहनों का संचालन हो सकेगा। नैनीताल.यूएसनगर के सांसद अजय भट्ट ने बताया कि लैंड पोर्ट अथार्रिटी आफ इंडिया ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर इसे बनाने की सैंद्धातिक सहमति दे दी है। उन्होंने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया। इसके निर्माण के बाद यहां पर दोनों देशों के कार्मिशियल वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा। इसी पोर्ट पर दोनों देशों के कस्टम विभाग के कार्यालय भी खुलेंगे।बकौल भट्टए मोदी सरकार सितारगंज.टनकपुर होते हुए नेपाल सीमा तक फोर लेन सड़क बनाने के लिए पहले ही मंजूरी दे चुका हैए जिस पर जल्द काम शुरू होगा। उत्तराखंड सरकार ने भी इस राजमार्ग को बनाने के लिए अनापत्ति प्रमाण दे दिया हैए अब सिर्फ वन विभाग की औपचारिकताएं पूरी करना बाकी है। बताया कि एनएचआई भूमि हस्तांतरण को वन विभाग के संपर्क में हैए जिसका प्रस्ताव तैयार हो रहा है। दोनों देशों को इस मार्ग से जोड़ने के लिए शारदा नदी पर पुल भी बनेगा। इसकी भी मंजूरी मिल चुकी है।अभी नेपाल जाने के लिए झूलाघाट तक ही बस सुविधा हैए लेकिन नए मार्ग के बनने उत्तराखंड से नेपाल तक सीधे वाहनों की आवाजाही हो सकेगी। सांसद भट्ट ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्कृष्ट सोच का ही परिणाम है। पड़ोसी देश नेपाल से हमेशा भारत के रिश्ते मधुर रहे हैं। यहां तक उत्तराखंड और नेपाल के बीच रोटी.बेटी का रिश्ता भी है। इस मार्ग के बनने से दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे।
Sources:Agency News
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