सरकारी रहनुमाओं के ‘पंजे’ मे फंसी ‘आसरा’ आवास योजना
बदांयू/सैदपुर/ प्रदेश मे काबिज भाजपा सरकार गरीबों, निराश्रितों, बेसहाराओं के लिए निरंतर प्रयासरत रहती है,मौजूदा मुख्यमंत्री योगी जी भी इस तबके के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत रहने की वजह से हमेशा सुर्खियों मे बने रहते है,लेकिन सियासी शतरज ऐसी होती है कि उसकी बिसात पर हर योजना कुर्बान चढ़ जाती है बशर्ते योजना विपक्षी सरकार की हो। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश मे भी चल रहा है जिसके एक नहीं कई मामले हैं उसी मे पूर्व की सरकार द्वारा अमल मे लाई गई योजना भी है जो आज तक अधर मे लटकी हुई हैं। आपको बता दें ऐसी ही एक योजना आवासहीन लोगों के लिए ‘आसरा’ योजना थी जो पूर्ववर्ती की समाजवादी सरकार के मुखिया अखिलेश यादव की महत्वाकांक्षी योजना मे शुमार थी, इस योजना के तहत आवासहीन और गरीबों को आवास मुहैया कराये जाने थे, जिसके तहत फ्लैट भी बनवाये गये थे। गौरतलब है कि ऐसे ही बदांयू के कस्बा सैदपुर में भी आवासहीन लोगों के लिए फ्लैट बनवाये गये थे लेकिन प्रदेश मे सत्ता परिवर्तन होने के बाद भाजपा की सरकार आ गई हाल ये हुआ कि दो पार्टियों की जंग और नाम के चक्कर मे महत्वाकांक्षी ‘आसरा’ आवास योजना बेहाल हो गई आलम ये है कि आज तक पात्र लोगों का चयन होने के बाद भी उन्हें उनके फ्लैट आवंटित नहीं किये जा रहे हैं जिसके चलते उन्हें अपने परिवार के नन्हे-मुन्नों के साथ टीन,घासफूस और पन्नी की झोपड़ी के नीचे गुजर-बसर करने को मजबूर होना पड़ रहा है । आपको बता दें कि आज भी रंग-रोगन होने के बाद पात्र गरीब, बेसहाराओं को सरकारी तंत्र के आसरे में ‘आसरा’ की छत का इंतजार है ।
Sources: Zeeshan Siddiqi
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