प्रमुख वन संरक्षक ने कहा - मानवीय कारणों से लग रही जंगलों में आग, नियंत्रण को जल्द तैयार होगी बेहतर नीति
मंगलवार को उत्तराखंड के प्रमुख वन संरक्षक (PCCF) राजीव भरतरी नगर में पहुँचे। जहाँ उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियो व वनाग्नि नियंत्रण को पहुँची एनडीआरएफ की टीम से जंंगल की आग नियंत्रण के सम्बंध में बात की। इस दौरान एनडीआरएफ के टीम के हेड मयंक कुमार ने बताया कि यहाँ आसपास के जंगलों में चीड़ की सूखी पत्तियों में आग तेजी से फैल रही है। जिसे काबू करना काफी मुश्किल कार्य है। इसलिए पत्तियों की लाइन काटकर आग को नियंत्रित किया जा रहा है। उनकी 21 सदस्यीय टीम ने 5 दिनों में 10 फायर के ऑपरेशन पूरे किए है।उधर, वन कर्मियों ने बताया कि वनाग्नि नियंत्रण में विभाग से मिला फायर ब्लोवर काफी कारगर साबित हो रहा है। इससे पत्तियां हटाने व आग बुझाने में आसानी हो रही है। उधर अपने संबोधन में कहा कि पिछले वर्ष लाकडाउन में वनाग्नि की घटनाएं नहीं हुई। लेकिन इस वर्ष जंंगल की आग ने विकराल रूप लिया। जंगलों में आग मानवीय कारणों से लग रही है। या तो लोगों की लापरवाही से आग लग रही है। या कोई जानबूझ कर आग लगा रहा है। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह लोगों के बीच जाकर उनका वनाग्नि नियंत्रण में सहयोग ले। उन्हें जागरूक करें। यदि कोई आग लगाते हुए पकड़ा जाए तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करें।
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