उत्तराखंड : कोटद्वार में देर रात कॉलेज तक पहुंची जंगलों की आग, राख हुए चार कमरे
उत्तराखंड के कोटद्वार में एसजीआरआर इंटर कॉलेज जंगल की आग में राख हो गया। घटना शुक्रवार देर रात की है। जब तहसील ब्लॉक दुगड्डा स्थित एसजीआरआर इंटर कॉलेज तक जंगल की आग पहुंच गई। आग में कॉलेज के चार कमरे और उसमें रखा सारा फर्नीचर व सामान खाक हो गया। उत्तराखंड के जंगल लगातार आग की भेंट चढ़ रहे हैं। वहीं शनिवार को नैनीताल मार्ग बेलुवाखान के पास जंगलों की आग की चपेट में आकर एक पेड़ रास्ते पर गिर गया। जिस रास्ता बंद हो गया और दोनों ओर वाहन फंस गए। हालांकि बाद में पेड़ हटाकर रास्ता खोल दिया गया। अस्कोट (पिथौरागढ़) के सोनीपातल में जंगल की आग से चार मकान जल गए। घरो में रखा सारा सामान जल गया। चंपावत में मानेश्वर के जंगल और देवराड़ी बैंड खूना के पास के जंगल में लगी आग से आधे हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में वन संपदा जल गई है। बागेश्वर के कांडा के भद्रकाली गांव में जंगल की आग से गेहूं की खड़ी फसल जल गई है। पिथौरागढ़ के ग्राम पंचायत लेकमकांडा के सोनी पातल तोक के जंगलों में भीषण आग लग गई, जो घरों तक पहुंच गई। चार मकान आग की भेंट चढ़ गए। ग्राम प्रधान ने बताया कि घरों में रखे बर्तन और जरूरी सामान पूरी तरह जल गया है। परिवार के लोग दूसरी जगह रहते हैं। इस कारण जनहानि नहीं हुई।चंपावत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जंगलों में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रहीं हैं। आग से वन संपदा को काफी नुकसान हो रहा है। चंपावत में मानेश्वर के जंगल और देवराड़ी बैंड खूना के पास के जंगल में लगी आग से आधे हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में वन संपदा जल गई है।बाराकोट ब्लॉक के पम्दा के जंगल में लगी आग की चपेट में आने से दो घास के लुट्टे और ग्रामीणों की जलौनी लकड़ियां जल गईं। चंपावत में मानेश्वर और चंपावत-लोहाघाट मार्ग पर देवराड़ी बैंड खूना के समीप के जंगल में रात को लगी आग से करीब आधे हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में वन संपदा जल गई है।बाराकोट विकासखंड के पम्दा के जंगल में लगी आग शुक्रवार को आबादी वाले क्षेत्र में पहुंच गई। ग्रामीणों के घास के लुट्टे और जलौनी लकड़ियां जल गईं। ग्रामीणों ने बताया कि घास और जलौनी लकड़ी जलने से महिलाओं की साल भर की मेहनत बर्बाद हो गई है। वनों में लगी आग की रोकथाम के लिए चंपावत डिवीजन में एनडीआरएफ की 21 सदस्यीय टीम तैनात की गई है।बागेश्वर के भद्रकाली ग्राम पंचायत के पाटाडुंगरी गांव के जंगल की आग गेहूं के खेतों तक पहुंच गई। ग्रामीणों के प्रयास से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक काफी फसल जल चुकी थी। कपकोट के शिखर की पहाड़ी में अचानक आग लग गई। जिले में शीतकाल से अब तक जंगल में आग लगने की 130 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। करीब दो सौ हेक्टेयर क्षेत्रफल प्रभावित हुआ है।
Sources:Amarujala
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