देहरादून - कोविड सुरक्षा के नियम सख्ती से लागू होंगे शुक्रवार से

  


राजधानी दून में शुक्रवार से कोविड-19 के नियम सख्ती से लागू होंगे। अब तक प्रशासन और पुलिस के हरिद्वार कुंभ में व्यस्त होने के कारण जिले में कोविड सुरक्षा की व्यवस्था बनाने में परेशानी हो रही थी।  लेकिन अब मुख्य शाही स्नान के बाद अधिकारियों और पुलिस का लौटना शुरू हो गया है। जिलाधिकारी डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ बढ़ रही है। ज्यादातर लोग कोरोना सुरक्षा नियमों का पालन भी नहीं कर रहे हैं। यहां तक कि मास्क पहनने और दूरी बनाए रखने में भी हीलाहवाली की जा रही है। हरिद्वार से ज्यादा देहरादून जिला बना कोरोना का हॉट स्पॉट, दून स्कूल कंटेनमेंट जोन घोषित इसके कारण अन्य लोगों को भी खतरा बढ़ रहा है। इसके अलावा नाइट कर्फ्यू में भी बहुत ज्यादा सख्ती नहीं की जा रही है। लेकिन शुक्रवार से इसमें सख्ती की जाएगी।इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट समेत कई अन्य मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी व जवान कुंभ ड्यूटी में व्यस्त रहे। अब नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ चालान और मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी।

घटेंगे ड्राइविंग लाइसेंस के स्लॉट

आरटीओ में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए एक बार फिर इंतजार करना पड़ सकता है। दून में लगातार बढ़ते जा रहे कोरोना संक्रमण के बीच आरटीओ ने फिर ड्राइविंग लाइसेंस के स्लॉट घटाने की कवायद शुरू कर दी है। गुरुवार को इस पर फैसला लिया जा सकता है।लॉकडाउन के बाद आरटीओ में लाइसेंस का स्लॉट घटकर रोजोना 25 तक आ गया था। अनलॉक शुरू होने के बाद धीरे-धीरे रफ्तार बढ़ी। वर्तमान में करीब 135 लर्निंग लाइसेंस रोजाना बन रहे हैं। इस बीच कोरोना का संक्रमण देहरादून में फिर बढ़ने लगा है। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए सैनिटाइजेशन के मद्देनजर आरटीओ फिर डीएल के स्लॉट घटाने जा रहा है।आरटीओ प्रशासन दिनेश चंद्र पठोई ने बताया कि बृहस्पतिवार को इस पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल 50 प्रतिशत तक स्लॉट घटाने का प्रस्ताव है। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि 30 से 35 प्रतिशत तक स्लॉट घटाया जाएगा। वहीं, परमानेंट लाइसेंस के स्लॉट घटाने का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है।

चार जिलों में जिला क्रिकेट लीग के आयोजन पर रोक 

कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) ने चार जिलों में जिला क्रिकेट लीग के आयोजन पर रोक लगा दी है। वहीं, अन्य जिलों को भी नियमित तौर पर समीक्षा करने और उसके अनुसार फैसला लेने को कहा गया है। सचिव महिम वर्मा ने बुधवार को इसके आदेश जारी किए।सीएयू की ओर से प्रदेशभर में जिला क्रिकेट लीग आयोजित की जा रही है। राजधानी दून समेत ज्यादातर जिलों में आज कल लीग का आयोजन किया जा रहा है। वहीं, कुछ जिलों में अभी आयोजन होना है। खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए एसोसिएशन ने फिलहाल राजधानी देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल में आयोजित हो रही लीग तुरंत स्थगित कर दी है।सचिव महिम वर्मा ने बताया कि अन्य जिलों को भी खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए सभी आवश्यक उपाय करने को कहा गया है। कुछ कुछ जिलों में अगले दो-तीन दिन में ही लीग खत्म होने वाली है। इसके अलावा कुछ स्थानों पर अभी लीग शुरू होनी है। उन सभी जिला क्रिकेट संघों को कोरोना पर नजर रखने और उसके अनुसार तुरंत फैसला लेने को कहा गया है। महिम ने कहा कि प्रतियोगिता का आयोजन अगले आदेश तक स्थगित रहेगा।

ट्रेनों में मास्क नहीं पहना तो लगेगा जुर्माना

देहरादून रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में बिना मास्क सफर करने वाले यात्रियों को अब जुर्माना देना होगा। बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए रेलवे बोर्ड और मंडल मुख्यालय की ओर से यह कदम उठाया गया है। 

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा  की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए।प्लेटफार्म पर सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए। कहा कि यह सुनिश्चित कराया जाए कि रेलवे प्लेटफार्म और ट्रेनों में कोई भी यात्री बिना मास्क के न हो। यदि कोई भी यात्री बिना मास्क के पकड़ा जाए तो मौके पर ही 100 रुपये का जुर्माना वसूला जाए। मा.सि.रि.

दून अस्पताल में बेड की दिक्कत, आईसीयू में भी किल्लत 

देहरादून जिले में कोरोना के बढ़ते मरीजों से व्यवस्था पर भी दिक्कत होने लगी है। जिसके चलते अब गंभीर मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। अस्पतालों में बेड की कमी होने लगी है। मरीज भर्ती करने के लिए भी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।बुधवार रात को दून अस्पताल से कुछ मरीज यह कहकर लौटाए गए कि आईसीयू खाली नहीं है। उधर, प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि अस्पताल में 100 बेड आईसीयू के उपलब्ध हैं। जिनमें तीन तरह के वार्ड बनाए गए है।एक पॉजिटिव, एक संदिग्ध और एक निगेटिव। पॉजिटिव वाले में रात तक 15 बेड खाली थे। उधर निजी अस्पतालों में भी आईसीयू बेड को लेकर धक्कामुक्की हो रही है। निजी अस्पतालों में भी बेड को लेकर दिक्कत आने लगी है।

आरटीपीसीआर निगेटिव, सीटी स्कैन में दिख रहा संक्रमण

कोरोना वायरस की नई लहर में ऐसे भी मामले सामने आ रहे जहां आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। वहीं छाती का सीटी स्कैन करने पर फेफड़ों में संक्रमण मिल रहा है। ऐसे में मरीजों की पहचान मुश्किल हो रही है। ऐसा ही एक मामला दून अस्पताल में भी आया है।जानकार मानते हैं कि कई बार नाक या गले में वायरल लोड उतना नहीं होता और उसकी वजह से सैंपल में नतीजे निगेटिव आते हैं। ऐसे 10-15 फीसद ही मामले सामने आते हैं। राजकीय जिला अस्पताल (कोरोनेशन) के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एनएस बिष्ट ने बताया कि एक विधायक की पत्नी उनके पास आयी थी। जिनकी आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट निगेटिव थी। पर उनका सीटी स्कैन कराने पर कोविड निमोनिया के लक्षण दिखे।




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