यूपी के जिलों में कहीं चार तो कहीं केवल दो दिन के लिए बची वैक्सीन,टीकाकरण पर संकट के बादल
बनारस समेत राज्य के कई जिलों में कोरोना टीकाकरण ठप होने की आशंका है। वैक्सीन की मौजूदा मात्रा ऐसा ही संकेत दे रही है। फिलवक्त वाराणसी में स्टॉक में मात्र दो दिन की वैक्सीन बची है। इस कारण केंद्र पर कम लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इसके साथ ही कम लोगों की समय अलाट किया जा रहा है।
इस समय 18 साल से ऊपर के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। टीकाकरण केंद्रों पर भीड़ भी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के पास आवेदकों के हिसाब से अभी वैक्सीन नहीं है। इस कारण 18 से 44 वर्ष तक की उम्र के सिर्फ तीन हजार लोगों को ही बुलाया जा रहा है। जिले में इस समय मात्र 12 हजार डोज वैक्सीन बची है। इनमें चार हजार को-वैक्सीन और आठ हजार कोविशिल्ड है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीन के लिए डिमांड भेजी है। दो दिन में अगर वैक्सीन नहीं आती है तो बनारस में भी टीककारण ठप हो जाएगा। वैक्सीन की कमी के कारण इस समय निजी अस्पतालों को वैक्सीन नहीं मिल रही है। दूसरी डोज के लिए लोग भटक रहे हैं। शासकीय अस्पतालों में ज्यादा भीड़ जुट रही है।
कमी के कारण मात्र 17 जगह ही वैक्सीनेशन
जिले में 18 से 44 वर्ष उम्र के लोग कोरोना टीकाकरण के लिए ज्यादा उत्साहित
हैं। अब तक 50 हजार से अधिक लोगों ने टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कराया
है। वैक्सीन की कमी के कारण सिर्फ 17 जगह ही 18 से 44 के बीच के लोगों का
टीकाकरण हो रहा है। इस कारण भीड़ ज्यादा हो रही है। जबकि 45 से अधिक उम्र
के लोगों का टीकाकरण 62 केंद्रों पर हो रहा है। ऐसे में अगर सभी केंद्रों
पर 18 से 44 के बीच टीकाकरण शुरू होता है तो लोगों को काफी राहत मिलती। एडी
स्वास्थ्य डाक्टर शशिकांत उपाध्याय का कहना है क वैक्सीन की कमी है लेकिन
टीकाकरण अभी प्रभावित नहीं हुआ है। सभी लोगों को टीका लग रहा है। शासन को
वैक्सीन के लिए डिमांड भेजी गई है। जल्द ही वैक्सीन आ जाएगी। इस दौरान
टीकाकरण चलता रहेगा।
लखनऊः निजी अस्पतालों को नहीं दे रहे वैक्सीन
लखनऊ में कोरोना वैक्सीन की करीब 80 हजार डोज बची है। इसमें को-वैक्सीन और
कोविशिल्ड शामिल हैं। टीके की डोज कम होने की वजह से स्वास्थ्य विभाग ने
इसे निजी अस्पतालों को देने से मना कर दिया था। मौजूदा समय मे लखनऊ में
सिर्फ 60 सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा है। जबकि 15 दिन
पहले शहर के करीब डेढ़ सौ अस्पतालों में टीकाकरण हो रहा था। टीकाकरण
प्रभारी डॉ। एमके सिंह बताते हैं कि राजधानी वैक्सीन की कमी नही है।
कानपुरः युवाओं के लिए तीन दिन के लिए सात हजार डोज बची
कानपुर में युवाओं के वैक्सीनेशन पर एक बार फिर संकट गहराने की आशंका है।
यहां तीन दिन की कोवैक्सीन यानी सात हजार डोज बची है।18 से 44 वर्ष आयु के
लोगों को एक दिन में 2800 डोज लगाने का टारगेट दिया गया है। निजी अस्पतालों
को वैक्सीन नहीं दी जा रही है क्योंकि उनकी भागीदारी नहीं रखी गई है। 44
से ऊपर वालों को दूसरी डोज कोविशील्ड दी जी रही है। इसकी भी मात्र पांच
हजार डोज बची है जो सिर्फ दो दिनों तक इस्तेमाल हो सकती है। पर निदेशक
स्वास्थ्य डॉ. जीके मिश्र के मुताबिक हर दूसरे दिन से सेंट्रल कोल्ड स्टोर
से लगभग 13 हजार डोज वैक्सीन दिए जाने की बात कही गई है, लेकिन मांग
सापेक्ष कम वैक्सीन दी जा रही है। अब गुरुवार को वैक्सीन की नई डोज
आएगी।कानपुर मंडल के जिलों में भी वैक्सीन का भारी संकट है। कहीं एक दिन तो
कहीं दो दिन का स्टॉक है। सभी जगह लगभग 20 से 30 प्रतिशत टारगेट कम कर
दिया गया है। दूसरी डोज के लिए भी लोग भटक रहे हैं।
गोरखपुरः संकट बढ़ने की आशंका
टीकाकरण दूसरा व तीसरा चरण समानांतर चल रहा हैं। दूसरे चरण के तहत 45 साल
से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण चल रहा है। इसमें करीब साढ़े चार लाख
लोगों को वैक्सीन लगनी है। अभी करीब 3 लाख पहली डोज लगी है। इस कोटे में
वैक्सीन की कमी चल रही है। करीब छह हजार डोज स्वास्थ्य विभाग के पास रिजर्व
कोटे में है । इतना ही डोज सीएचसी- पीएचसी पर है जबकि गुरुवार को मेगा
ड्राइव चलना है। तीसरे चरण के तहत 18 साल से 45 साल तक के लोगों का टीकाकरण
चल रहा है। इस समय 10 केंद्र बने हैं। रोजाना 2000 लोगों को टीका लग रहा
है। 30 अप्रैल को 20000 डोज मिली थी। तब से अब तक कोई नया स्टॉक नहीं मिला
है। संकट बढ़ने की आशंका है।
मुरादाबादः बस तीन हजार डोज बचा है
मुरादाबाद में भी वैक्सीन की किल्लत है। स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड के
मुताबिक कोवैक्सीन की केवल 238 और कोविशील्ड की केवल 80 वायल ही बची हैं।
सहायक जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.एससी मिश्रा ने बताया कि कोवैक्सीन के
मौजूदा वायल से 2380 लोगों और कोविशील्ड डोज से 800 लोगों को ही वैक्सीन लग
पाएगी। हालांकि उनका दावा है कि वैक्सीन आने का सिलसिला लगातार जारी है,
ऐसे में वैक्सीनेशन पर असर नहीं पड़ेगा।
बरेलीः चार दिन का स्टॉक, दूसरी डोज के लिए दिक्कत
बरेली मंडल के जिलों में चार दिन की डोज बची है। दूसरी डोज के लिए दिक्कत
है। दो जिलों में 18 से 44 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण शुरू नहीं हुआ है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी आरएन सिंह ने बताया कि 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों
के लिए 10 हजार वैक्सीन बची है। 45 वर्ष और अधिक उम्र के लोगों के लिए 17
हजार डोज वैक्सीन है।
Sources:Hindustan Samachar
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