मलाड में इमारत गिरने से 11 लोगों की मौत, मकान मालिक व ठेकेदार पर दर्ज होगा केस
मुंबई के मलाड वेस्ट में बुधवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। यहांं न्यू कलेक्टर कंपाउंड में एक चार मंजिला इमारत ढह गई। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई , जबकि 7 लोग घायल हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मरने वालों में आठ बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा कम से कम 18 लोगों को बचा लिया गया है। बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने इसकी जानकारी दी है। इस बीच जानकारी सामने आई है कि मकान मालिक और ठेकेदार के खिलाफ मुंबई पुलिस आईपीसी की धारा 304 (2) (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज करेगी। उन्होंने हाल ही में चक्रवात टाक्टे के बाद कुछ संरचनात्मक परिवर्तन किए थे। संयुक्त सीपी (कानून और व्यवस्था) विश्वास नांगरे पाटिल ने इसकी जानकारी दी है।
बीएमसी के अनुसार आसपास की इमारतों को भी खाली करवा लिया गया है, क्योंकि इनकी हालत खराब है। फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने और बचाव कार्य जारी है। घायलों को बीडीबीए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मलाड पश्चिम के अतिरिक्त सीपी दिलीप सावंत ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। यह एक जी+2 बिल्डिंग थी जो दूसरी बिल्डिंग पर गिरी। 11 की मौत हो गई। पुलिस उचित जांच करेगी और आगे की कार्रवाई करेगी। भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में मानसून के दौरान इमारत गिरने की काफ घटनाएं सामने आती हैं। बता दें कि बुधवार मानसून ने दस्तक दी। जोरदार बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक तेज बारिश की चेतावनी दी है।
इमारतों के मलबे को हटाया जा रहा
घटना स्थल पर पहुंचे महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख ने कहा कि बारिश के कारण इमारतें गिर गई हैं। बचाव अभियान जारी है। घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। इमारतों के मलबे को हटाया जा रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि और कहीं लोग फंसे हैं या नहीं। मौके पर मौजूद एक स्थानीय व्यक्ति सिद्दीकी ने कहा कि यह घटना रात करीब 10 बजे हुई। घटना रात करीब 10:15 बजे हुई। दो लोगों द्वारा हमें इमारत छोड़ने के लिए कहने के बाद वे बाहर आए। जैसे ही वो बाहर निकले उन्होंने देखा कि उनकी इमारत के पास एक डेयरी सहित तीन इमारत ध्वस्त हो गए हैं।
पहली ही बारिश में डूब गई मुंबई
मुंबई में मानसून ने तगड़ी दस्तक दे दी है। बुधवार सुबह शुरू हुई जोरदार बारिश के कारण महानगर के कई इलाकों में जलभराव हो गया। इसका असर स्थानीय एवं बाहर से आनेवाली ट्रेनों पर भी पड़ा। बसों के मार्ग बदलने पड़े और छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर कुल चार उड़ानों की लैंडिंग टालनी पड़ी। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक तेज बारिश की चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई महानगरपालिका के आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
Sources:Agency news
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