सोशल मीडिया ने पाठक से ज्यादा लेखक को जन्म दिया है : विनोद विक्की
बैंकाक की धराधाम इंटरनेशनल के लाइव साहित्यिक कार्यक्रम में हुई व्यंग्य पर परिचर्चा
धर्म,साहित्य-संस्कृति,पर्यावरण से जुड़ी तथा 72 देशो में
सक्रिय संस्था धराधाम इंटरनेशनल (मुख्यालय बैंकॉक) द्वारा आयोजित वर्चुअल
साहित्यिक कार्यक्रम में उत्कृष्ट व्यक्तित्व साक्षात्कार के तहत युवा
व्यंग्यकार विनोद कुमार विक्की ने शिरकत की.
कार्यक्रम
के दौरान साहित्यिक विसंगतियों पर कटाक्ष करते हुए विनोद ने बताया कि इन
दिनों पाठक पढ़ने से ज्यादा व्यंग्य लिखने में रूचि ले रहा है.पाठक तो पाठक
अधिकांश लेखक भी व्यंग्य को महज मसखरी,मनोरंजन या हंसी मजाक समझ बैठे
हैं.जबकि व्यंग्य का सरोकार यथार्थ एवं जन विसंगतियों के समस्या उद्भेदन से
होता है. इनदिनों फेसबुक घर बैठे ही लेखक ऑनलाइन कबीर और गालिब जन्म दे
रहा है.विनोद ने व्यंग्य पर परिचर्चा के साथ ही साहित्यिक,शैक्षणिक
राजनैतिक,धार्मिक आदि क्षेत्रों में व्याप्त विसंगतियों पर व्यंग्य
क्षणिकाओं का पाठ भी किया। कार्यक्रम में विनोद के अलावा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से
सम्मानित गोरखपुर की युवा कवयित्री प्रतिभा गुप्ता भी आमंत्रित
थी.कार्यक्रम के दौरान प्रतिभा गुप्ता ने दर्जनों काव्य पाठ किया.कोरोना
कहर से त्राण के लिए उन्होंने श्रीराम स्तुति भी की.कार्यक्रम का संचालन फिल्म निर्माता तथा संस्था प्रमुख डाॅ.सौरभ
पांडेय ने किया.सैकड़ो दर्शकों की उपस्थिति में कार्यक्रम का लाइव प्रसारण
शनिवार की रात्रि 08-10 बजे तक फेसबुक और यूट्यूब चैनल पर किया गया.
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