उत्तराखंड: भारी बारिश और भूस्खलन से दो गोशाला क्षतिग्रस्त, 45 बकरियों के दबकर मरने की सूचना
चमधार में बदरीनाथ हाईवे आज शनिवार को तीसरे दिन भी नहीं खुल पाया है। यहां पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं, जिससे मशीनों को काम करने का समय नहीं मिल पा रहा है। जिलाधिकारी पौड़ी डा. विजय जोगदंडे ने शुक्रवार को चमधार का निरीक्षण कर प्रभावित क्षेत्र के स्थायी ट्रीटमेंट करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि हाईवे शनिवार तक खुल पाएगा। वहीं मार्ग बंद होने के कारण हाईवे पर वाहनाें की लंबी कतार लगी हुई है। राजधानी देहरादून में फिलहाल मौसम साफ बना हुआ है। हालांकि शनिवार को तड़के देहरादून में बारिश का दौर जारी था, लेकिन उसके बाद चटख धूप खिल आई। इसके बाद फिर दोपहर 12 बजे हल्की बारिश हुई। वहीं राज्य के पौड़ी जिले के नौगांव में शुक्रवार देर रात भारी बारिश और भूस्खलन से दो गोशाला क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। जिसमें 45 बकरियों के दबकर मरने की सूचना है। श्रीनगर से करीब सात किलोमीटर दूर चमधार में गुरुवार सुबह पांच बजे से अवरुद्ध है। यहां लगभग 100 मीटर मार्ग क्षतिग्रस्त है। प्रभावित क्षेत्र में 100 मीटर ऊपर से लगातार पत्थर गिर रहे हैं। शुक्रवार को डीएम ने चमधार का निरीक्षण किया। जब डीएम निरीक्षण कर रहे थे, उसी दौरान पहाड़ी से भारी भरकम मलबा आ गिरा। उन्होंने लोनिवि राष्ट्रीय राजमार्ग खंड को प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम करने को कहा है। उन्होंने कार्यस्थल से काफी दूर वाहन रोकने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिए कि काम में तेजी लाने के लिए श्रीनगर-खिर्सू-खांकरा और श्रीनगर-देवलगढ़-चमधार मोटर मार्गों पर यातायात डायवर्ट किया जाए। साथ ही भूस्खलन की जद में आ रहे विद्युत पोलों को शिफ्ट किया जाए। ईई बीआर मिश्र ने बताया कि सड़क खोलने के लिए दोनों छोर पर एक्सकवेटर लगाए गए हैं, लेकिन बार-बार बोल्डर और मलबा गिरने से मार्ग खोलने में दिक्कत हो रही है।
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