उत्तराखण्ड की एक और उभरती अभिनेत्री शनाया विज
पेश है एंकर, एक्टर शनाया विज से इन्डियन आईडल के सब-एडिटर सलीम रज़ा की बातचीत के मुख्य अंश............
देहरादून / देवभूमि उत्तराखण्ड में प्रतिभाओं की कमी नहीं है बशर्ते उनकी प्रतिभा को निखारा जाये। ऐसी कई हस्तियां हैं जिन्होंने छोटे पर्दे से लेकर रूपहले पर्दे तक अपनी प्रतिभा का लोहा न मनवाया हो। ऐसी ही विलक्षण प्रतिभा की धनी शख्सियत हैं देवभाूमि उत्तराखण्ड के सहस्त्रधारा की रहने वाली और व्यवसायी अनिल विज की 26 बर्षीय बड़ी बेटी शनाया विज,जिन्होंने अपने मेहनत और पक्के इरादे के बल पर रूपहले पर्दे तक अपनी पहुंच बनायी ही नहीं वल्कि बड़े पर्दे की शोभा बढ़ाने जा रही हैं।
प्रश्न.शनाया जी आपने अपनी एजूकेशन कहां से कंप्लीट की।
उत्तर. जी मैने प्राथमिक शिक्षा से हायर एजूकेशन तक देहरादून से की, मैने मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी से किया उसके बाद पी.जी. आई.एम.एस से किया।
प्रश्न. आपकों इस फील्ड में आने की प्रेरणा किससे मिली।
उत्तर. मुझे बचपन से ही फिल्म और टी.वी.शो देखने का शौक था,मुझे लगता था कि मैं भी ऐसे ही करूं इसी वजह से मेरा सारा रूझान फिल्म और टी.वी. की तरफ रहा।
प्रश्न. शनाया जी आपके कितने बहन भाई हैं।
उत्तर. जी हम तीन बहन भाई हैं उनमें सबसे बड़ी मैं हूं मुझसे छोटा एक भाई है जो बिजनेस संभाल रहा है और सबसे छोटी बहन है जिसने चण्डीगढ़ से बायोटेक में ग्रेजुएशन कर ख्ुकी हैं और अब हायर एजूकेशन के लिए जर्मनी जा रही हैं।
प्रश्न. आपने अपने आपको कैसे मेन्टेन किया।
उत्तर. आपको बता दूं कि मेरा वेट 78 के.जी था, जिसे लेकर मैं बहुत परेशान रहती थी लेकिन अब पांच साल हो गये मैंने आयली,स्पाईसी खाना बिल्कुल बन्द कर दिया और अब मेरा वेट संतुलित है।
प्रश्न. शनाया जी आप छोटे पर्दे और फिर बड़े पर्दे तक कैसे पहुंची।
उत्तर. आपको बता दूं कि मुझे एंकरिंग करने का बहुत शोक था कई साल तक मैं एंकरिंग करती रही मैने पांच साल तक एंकरिंक करी उसके बाद मुझे तीन बैव सीरीजों में काम करने का मौका मिला फिर उसके बाद क्राईम पर आधारित टी.वी.सीरियल सावधान इन्डिया में लीड रोल करने का मौका मिला मेरे काम को सराहा गया इसी का परिणाम रहा कि फिर मुझे धार्मिक मूवी ‘आदिपुरूष’ में काम करने का मौका मिला जिसमें मैंने दासी का रोल प्ले किया है। ओम राउत द्वारा निर्देशित ये फिल्म अगले साल तक रिलीज हो जायेगी।
अन्त में आपसे एक और सवाल, शनाया जी आप कामयाबी की सीढ़ी चढती जा रही हैं आप अपनी कामयाबी में किसको अपना आईडियल मानती हैं।
उत्तर. मेरे पापा अनिल विज व मेरी मम्मी अन्नू विज दोनों ही मेरे आईडियल हैं,और दोनों ने ही मुझे बराबर प्रोतसाहित किया है इसीका नतीजा है कि मैं आज इस मुक़ाम तक पहुंची हूं।
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