आतंकवादियों को ढूढ़कर मारेंगे,छोड़ेंगे नहीं: अमेरिका
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए आतंकवादी हमले में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। जबकि 150 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। इस हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों की भी मौत हुई है। जिसको लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन कहा कि दोषियों को हम ढूढ़कर मारेंगे। वहीं गोवा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने आगे की रणनीति स्पष्ट की है। सामान विचारधारा वाले दलों को गठबंधन में शामिल किए जाने पर विचार होगा। इसके अलावा पश्चिम बंगाल की भी चर्चा होगी। दरअसल, तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है।
काबुल हमले में 100 से ज्यादा की मौत
अफगानिस्तान में दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा काबुल हवाई अड्डे के पास किए गए हमलों में कम से कम 90 अफगानी नागरिकों और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई। जबकि 150 से अधिक जख्मी है। अफगानिस्तान पर तालिबान का राज स्थापित होने के बाद यह पहला बड़ा धमाका है। तालिबान ने भी इसे आतंकवादी हमला बताया। लेकिन यह सोचने की बात है। अफगानिस्तान से अमेरिकी लोगों की वापसी के अभियान की निगरानी कर रहे जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने कहा कि इन हमलों के बाद भी अमेरिका अपने नागरिकों एवं अन्य को अफगानिस्तान से निकालना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि हवाईअड्डे पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं और अफगानिस्तान से बाहर जाने के इच्छुक लोगों को लाने के लिए वैकल्पिक मार्ग इस्तेमाल किए जा रहे हैं। काबुल हवाई अड्डे के पास में हुए आत्मघाती हमले के बाद रनवे को सुरक्षित किया गया। नाटो के सुरक्षाबलों ने आस-पास एक घेरा बनाया और तत्काल प्रभाव से उड़ानों को रोक दिया। करीब 5,000 लोग हवाई अड्डे पर उड़ानों का इंतजार कर रहे हैं। बीते दिनों पश्चिमी देशों के अधिकारियों ने हमले की आशंका जताई थी और लोगों से हवाई अड्डे से दूर रहने की अपील की थी। इसके कुछ घंटे बाद ही आतंकवादी हमला हो गया। इस हमले की जिम्मेदारी आईएस से संबद्ध इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने जिम्मेदारी ली है। यह समूह तालिबान से कहीं अधिक कट्टरपंथी है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमलावरों को सजा देने की बात की। उन्होंने कहा कि इस हमले को अंजाम देने वाले और अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वाले ध्यान रखें कि हम तुम्हें बख्शेंगे नहीं। हम यह भूलेंगे नहीं। हम तुम्हें पकड़कर इसकी सजा देंगे। मैं अपने देश के हितों और लोगों की रक्षा करूंगा। जैसा कि आप सभी जानते हैं, जिन आतंकवादी हमलों के बारे में हम बात कर रहे थे और जिनके बारे में खुफिया तंत्र चिंतित था, उसे आईएसआईएस-के नामक संगठन ने अंजाम दिया। गोवा में कांग्रेस के लिए अनुकूल माहौल केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति के बारे में स्पष्ट किया। कांग्रेस सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए कमर कस रही है। प्रदेश का राजनीतिक माहौल भी कांग्रेस के लिए काफी अनुकूल है। पी चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस चुनाव के बाद राज्य में अगली सरकार बनाएगी लेकिन समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन के बारे में कोई भी फैसला उचित समय पर किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी अगले साल निर्धारित गोवा विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कमर कस रही है। शुरुआती आंकलन यह है कि सभी निर्वाचन क्षेत्रों में राजनीतिक माहौल कांग्रेस के लिए काफी अनुकूल है। ऐसे संकेत हैं कि सरकार में बदलाव होगा और नयी सरकार कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में होगी। चिदंबरम ने कहा कि गोवा के लोगों को उम्मीद है कि सरकार में बदलाव होना चाहिए और कांग्रेस पार्टी उन्हें निराश नहीं करेगी। पार्टी ऐसे उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगी जो पार्टी की विचारधारा के प्रति वफादार और निष्ठावान, मेहनती और गोवा के लोगों के हितों को पूरा करने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस की लड़ाई सभी 40 निर्वाचन क्षेत्रों में 40 कमांडरों द्वारा लड़ी जाएगी। उम्मीदवारों की घोषणा महीनों पहले नहीं की जाएगी, लेकिन उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।
बंगाल में जल्द होने चाहिए उपचुनाव
तृणमूल के प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल में उपचुनाव के मुद्दे को लेकर निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की। दरअसल, ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव हार गई थी और उन्हें शपथ लेने के बाद से छह महीने तक किसी भी विधानसभा क्षेत्र का चुनाव जीतना जरूरी है। ऐसे में पार्टी उपचुनाव कराए जाने की मांग कर रही है। तृणमूल के प्रतिनिधिमंडल में सौगत रॉय, जौहर सरकार, सजदा अहमद और महुआ मोइत्रा सहित पांच सांसद मौजूद थे। तृणमूल नेता सौगत रॉय ने कहा कि हमने चुनाव आयोग को पश्चिम बंगाल के सात निर्वाचन क्षेत्रों में जल्द से जल्द उपचुनाव कराने के लिए एक ज्ञापन सौंपा है। च भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा और कहा कि ममता उपचुनाव कराने की जल्दबाजी में हैं। क्योंकि वो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर टिके रहन चाहती हैं।
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