अमरुल्ला सालेह ने खुद को घोषित किया अफगानिस्तान का राष्ट्रपति, तालिबान के खिलाफ छेड़ सकते हैं जंग

 

 



अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने खुद को अफगानिस्तान का राष्ट्रपति घोषित कर दिया है। अफगानिस्तान में अमरुल्ला सालेह को तालिबान का सबसे बड़ा विरोधी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि तालिबान भी अमरुल्ला सालेह से भय खाता है। अब सालेह ने खुद को राष्ट्रपति घोषित कर लिया है। उन्होंने ये फैसला तब लिया है जब अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अब्दुल गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं। लेकिन सालेह का कहना है कि वो आखिरी दम तक तालिबान से लड़ेंगे और अपने देश को कभी भी तालिबान के हवाले नहीं होने देंगे। अमरूल्ला सालेह ने ट्विटर पर यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान का संविधान उन्हें इसकी घोषणा करने की शक्ति देता है। उन्होंने ट्विटर कहा- "अफगानिस्तान के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति के इस्तीफे, उनके निधन, भागने या गैर-मौजूदगी में प्रथम उपराष्ट्रपति केयर टेकर राष्ट्रपति होंगे।  

पंजशीर घाटी पर कभी नहीं हो पाया है तालिबान का कब्जा

तालिबान के डर से अमरुल्लाह सालेह अफगानिस्तान के पंजशीर घाटी में छिपे हुए हैं। इसे नॉर्दन अलायंस के पूर्व कमांडर अहमद शाह मसूद का गढ़ बताया जाता है। यह इलाका इतना खतरनाक है कि आजतक तालिबान भी इसपर कब्जा नहीं कर सका है।  

सालेह का क्या है भारत कनेक्शन

अमरुल्ला सालेह का भारत के साथ कनेक्शन भी है। सालेह अफगानिस्तान की सेना के साथ वहां के इंटेलिजेंस के मुखिया रह चुके हैं।

 

Sources:PrabhaShakshi Samachar


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