ATS की बड़ी कार्रवाई: अवैध धर्मान्तरण गिरोह से जुड़ा एक और आरोपी गिरफ्तार
यूपी पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस)
ने अवैध धर्मान्तरण कराने वाले गिरोह के एक और सदस्य को पूछताछ के बाद
गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने
बताया कि कलीम सिद्दीकी के साथी सरफराज जाफरी अवैध धर्मान्तरण गिरोह के
नेटवर्क के माध्यम से धर्मान्तरित व्यक्तियों को डोक्युमेंटेशन के लिए सह
अभियुक्त उमर गौतम के इस्लामिक दावा सेण्टर भी भेजा जाता था। उन्होंने
बताया कि गिरोह के गिरफ्तार किए गये सदस्यों से मिले साक्ष्यों के आधार पर
पूछताछ के बाद लखनऊ एटीएस मुख्यालय पर सरफराज अली जाफरी को पूछताछ के लिए
बुलाया गया था और पुछताछ पर मिले साक्षों के आधार पर उसके कल गिरफ्तार कर
लिया था। गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय में पेश कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की
जा रही है।उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से अग्रिम
गहन पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए न्यायालय में आवेदन किया जा
रहा है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मूलरुप से अमरोहा शहर कोतवाली
इलाके के मोहल्ला-दरबार-ए-कला का रहने वाला है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष 21
जून को गिरोह के कुछ लोगों को गिरफ्तार उनके खिलाफ धर्म सम्परिवर्तन
प्रतिषेध अधिनियम-2020 के तहत एटीएस के लखनऊ थाने में मामला दर्ज किया गया
था। इस मामले की विवेचना के दौरान यूपी के अतिरिक्त देश के विभिन्न राज्यों
से अब तक 15 गिरफ्तारियां की गयी जिनमें मौलाना उमर गौतम, मौलाना कलीम
सिद्दीकी सहित महाराष्ट्र नेटवर्क के रामेश्वर कावड़े उर्फ आदम उर्फ़ एडम
पुत्र रामेश्वर कावड़े, भूप्रिय बन्दो उर्फ अर्सलान मुस्तफा पुत्र देवी दास
मानकर, कौशर आलम पुत्र शौकत अली खान, हाफिज इदरीस, मो. सलीम, धीरज जगताप
आदि प्रमुख है। गिरफ्तार
सरफराज अली जाफरी वर्ष 2016 से सह अभियुक्त कलीम सिद्दीकी के ग्लोबल पीस
सेण्टर का कार्य देख रहा है। उल्लेखनीय है कि ग्लोबल पीस सेण्टर जोकि कलीम
सिद्दीकी द्वारा संचालित संस्था है, जिसका प्रमुख कार्य धमार्न्तरण
सम्बन्धी गतिविधियों का संचालन करना है। सरफराज जाफरी द्वारा ग्लोबल पीस
सेंटर के अतिरिक्त ह्यूमैनिटी फॉर आल, न्यू दिल्ली नामक संस्था के नाम पर
कथित तौर पर सामाजिक कार्यों की आड़ में अवैध धर्मांतरण की गतिविधियां
संयोजित करने के संबंध में भी तथ्य पाए गए हैं जिसके क्रम में संकलित
साक्ष्यों के आधार पर संदिग्ध पाए गए सरफ़राज़ अली जाफरी को पूछताछ के लिए
29 सितम्बर के आदेश के तहत बुलाया गया था।पूछताछ पर
इसके खिलाफ पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। सरफराज अली
ग्लोबल पीस सेण्टर के पास बाटला हाउस, जामिया नगर, नई दिल्ली में रहता है।
आरोपी सरफराज अली जाफरी द्वारा ग्लोबल पीस सेण्टर के मैनेजर के तौर पर सह
अभियुक्त कलीम सिद्दीकी के दाइयों के माध्यम से भेजे गए व्यक्तियों को गैर
धर्म के बारे में दुर्व्यपदेषित करना तथा विभिन्न प्रलोभन देकर अवांछित
प्रभाव का प्रयोग कर इस्लाम में धमार्न्तरित कराता था। उसके पास से
धर्मान्तरण सम्बन्धी दस्तावेज तैयार करने तथा धर्मान्तरण के बाद की
प्रक्रिया जिसमें तरबियत और धर्मान्तरित व्यक्ति की नई धार्मिक पहचान को
नौकरी शादी व अन्य माध्यमों से सामाजिक तौर पर स्थापित करने के कार्य किया
जाता है द्य इस प्रयोजन हेतु अभियुक्त सरफ़राज़ उपरोक्त को कलीम सिद्दीकी
द्वारा धनराशी भी उपलब्ध कराई जाती है ।गौरतलब है कि देश-विदेश से आई हुई फंडिंग से
अवैध धमार्न्तरण सम्बन्धी कार्यों के संचालन में अभियुक्त सरफराज जाफरी की
प्रमुख भूमिका पाई गई है। गिरफ्तार सरफराज जाफरी के मोबाइल फ़ोन से ऐसे
साक्ष्य प्राप्त हुए है। जिसमें अभियुक्त गण द्वारा धर्मान्तरण के कार्य का
मासिक एजेंडा विस्तृत तौर पर निर्धारित करने व गतिविधियां संचालित किये
जाने का विवरण मौजूद हैं जिसके अनुसार दावती कैंप, दावती गश्त, दावत यानी
धमार्न्तरण के लिए नए स्थान चिन्हित करना, धर्मान्तरण के लिए चिन्हित
स्थानों के लिए दाई यानी धर्मान्तरण में लगे प्रचारक आवंटित करना,
धर्मान्तरण संबंधी अभिलेखों का प्रचारण-प्रसारण, कन्वर्ट व्यक्तियों की
तरबियत के क्रम में जमातों में भेजने की व्यवस्था, धर्मान्तरित व्यक्तियों
के डोक्युमेंटेशन की व्यवस्था, नौकरी और शादी की व्यवस्था कराना अन्य
धर्मों के लोगों का मस्जिद विजिट की व्यवस्था कराना के साथ-साथ कंवेर्जन,
नोटरी शादी लिव-इन रिलेशनशिप आदि मामलों के लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था
के सम्बन्ध में विस्तृत विवरण पाया गया है। यह भी पता चला कि सरफराज जाफरी
सह अभियुक्त कलीम सिद्दीकी के नेटवर्क के माध्यम से धमार्न्तरित व्यक्तियो
को डोक्युमेंटेशन के लिए सह अभियुक्त उमर गौतम के इस्लामिक दावा सेण्टर भी
भेजा जाता था।
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