क्या अब बदायूं को "वेेदामऊ" नाम दिया जायेगा ? सी.एम ने संबोधन में दिया इशारा

 


 बदायूं   /  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद और फैजाबाद जिलों का नामकरण तो कर ही दिया है इसी कड़ी में बदायूं जिले के  सहसवान में जनसभा को संबोधित करते हुये योगी आदित्यनाथने बदायूं के पौराणिक नाम वेदामऊ को जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस बदायूं को पहले वेदामऊ के रूप में जाना जाता था।

 यहां वेदों का अध्ययन होता था। उनके बदायूं को वेदामऊ कहे जाने के बाद बदायूं को वेदामऊ नाम दिए जाने की चर्चाएं गर्माना शुरू हो गईं।प्रदेश की सत्ता में आने के बाद से सीएम योगी आदित्यनाथ जिलों के नाम बदलने को लेकर चर्चा में रहे हैं। उन्होंने मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कर दिया था। इलाहाबाद शहर का नाम प्रयागराज और फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या किया। 

अलीगढ़ को हरीगढ़ नगर किए जाने और उन्नाव के मियागंज को मायागंज करने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। मैनपुरी और फीरोबाजाद का नाम भी बदलने की चर्चा है। इस बीच मंगलवार को जिले में आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने बदायूं जिले की पुरानी याद दिलाते हुए वेदामऊ नाम होने की चर्चा कर इसका नाम बदलने की चर्चाओं को भी तेज कर दिया है। सीएम के मुख से वेदामऊ नाम आने के बाद जनसभा स्थल पर ही इसे लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई थी। वहींए शहर में भी वेदामऊ नाम को लेकर लोग चर्चा करते सुने गएसीएम ने कहाकि आज करोड़ों रुपये की योजनाओं का शिलान्यास और लोकापर्ण जिस सहसवान विधानसभा क्षेत्र में किया वह बदायूं जिले में है। 

इस बदायूं को पहले वेदामऊ के नाम से जाना जाता था। यह वेदों के अध्ययन के केंद्र के रूप में जाना जाता था। कहते हैं यहां महाराज भगीरथ ने भी तपस्या की थी। महाराज भगीरथ के प्रयास से ही मां गंगा इस धरती पर आई और कोटि कोटि मानवों का उद्धार करते हुए दुनिया में सबसे ऊपजाऊ भूमि हमें दी। रुक कर बोले वेदामऊ

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