सिडनी डायलॉग : डिजिटल युग में सब कुछ बदल रहा है :पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिडनी डायलॉग में अपने संबोधन में भारत के प्रौद्योगिकी विकास और क्रांति के विषय पर चर्चा की। मोदी से पहले ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने संबोधित करते हुए ऑस्ट्रेलिया-भारत के रिश्तों पर बातचीत की। ऑस्ट्रेलिया पीएम स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि, "ऑस्ट्रेलिया-भारत के बीच गहरी दोस्ती है, समय के साथ हमारे संबंध और आगे बढ़ेंगे। हम अंतरिक्ष, विज्ञान, डिजिटल प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों में बहुत प्रगति कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए सम्मान की बात है कि PM मोदी 'सिडनी डायलॉग' को संबोधित कर रहे हैं"।पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सिडनी डायलॉग के संबोधन में कहा कि, "भारत के लोगों के लिए बड़े सम्मान की बात है कि आपने मुझे सिडनी डायलॉग के संबोधन के लिए आमंत्रित किया। मैं इसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उभरती डिजिटल दुनिया में भारत की केंद्रीय भूमिका की मान्यता के रूप में देखता हूं।उन्होंने आगे कहा कि, "डिजिटल युग हमारे चारों ओर सब कुछ बदल रहा है। इसने राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज को फिर से परिभाषित किया है।यह संप्रभुता, शासन, नैतिकता, क़ानून, अधिकारों और सुरक्षा पर नए सवाल उठा रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा, शक्ति और नेतृत्व को नया आकार दे रहा है। प्रौद्योगिकी वैश्विक प्रतिस्पर्धा का प्रमुख साधन बन गई है, ये भविष्य की अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को आकार देने की कुंजी है। प्रौद्योगिकी और डेटा नए हथियार बन रहे हैं।पीएम मोदी ने कहा कि, लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत खुलापन है। हमें वेस्टर्न इंटरेस्ट के स्वार्थों को इसका दुरुपयोग नहीं करने देना चाहिए"। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, "एक लोकतंत्र और डिजिटल लीडर के रूप में भारत अपनी साझा समृद्धि और सुरक्षा मे भागीदारों के साथ काम करने के लिए तैयार है। भारत की डिजिटल क्रांति लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और अर्थव्यवस्था के पैमाने में निहित है। यह हमारे युवाओं के उद्यम और इनोवेशन से संचालित है"।बताते चले कि, सिडनी डायलॉग 17-19 नवंबर तक चल रहा है। यह ऑस्ट्रेलियाई सामरिक नीति संस्थान की एक पहल है। यह राजनीतिक, व्यापारिक और सरकारी नेताओं को बहस करने, नए विचारों को उत्पन्न करने और उभरती और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों द्वारा उत्पन्न अवसरों और चुनौतियों पर काम करने के लिए एक साथ लाएगा। इस कार्यक्रम में जापान के पूर्वप्रधान मंत्री शिंजो आबे भी मुख्य भाषण देंगे।
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