सियासी गलियारों में कानाफूसी,त्रिवेंद्र और हरीश की मुलाकात से चुनावी पारा गर्म,निकाले जा रहे राजनीतिक मायने
उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है। ऐसे में वहां पर सियासी सरगर्मियां लगातार बढ़ रही हैं। इन सबके बीच उत्तराखंड के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों ने मुलाकात की है। इस मुलाकात के अलग अलग मायने निकाले जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण तो यह है कि एक मुख्यमंत्री जहां कांग्रेस का है तो वहीं दूसरा भाजपा से है। दरअसल, कांग्रेस के हरीश रावत और भाजपा के त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद उत्तराखंड में राजनीतिक चर्चा जोरों पर है। हालांकि यह मुलाकात इत्तेफाकन में हुई है और वह भी एक कॉमन फ्रेंड के घर पर।
मुलाकात की तस्वीर को सोशल मीडिया पर डालते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लिखा कि आदरणीय हरीश रावत जी से चलते-चलते शिष्टाचार भेंट हुई है। इसके बाद हरीश रावत ने भी इस पोस्ट को अपने सोशल मीडिया को पेज पर शेयर किया है। कांग्रेस की आगामी रणनीतियों को हरीश रावत जमीन पर उतारने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में वह उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में भी जा रहे हैं। वह डोईवाला क्षेत्र का भी लगातार दौरा कर रहे हैं। जबकि डोईवाला से त्रिवेंद्र सिंह रावत विधायक हैं। इससे पहले हरीश रावत डोईवाला में भाजपा जिला अध्यक्ष नगीना रानी के घर पर अचानक पहुंच गए थे। नगीना रानी के पति रामेश्वर लोधी भी भाजपा नेता हैं। वर्तमान में उत्तराखंड में इस बात की भी चर्चा है कि नगीना रानी के पति रामेश्वर लोधी लगातार भाजपा से नाराज चल रहे हैं। इसके अलावा डोईवाला सीट से त्रिवेंद्र रावत को टिकट मिलने या नहीं मिलने की भी चर्चा लगातार गर्म है। ऐसे में कहीं न कहीं इस मुलाकात के अलग अलग राजनीतिक मायने भविष्य में निकल सकते हैं। इससे पहले भी जब त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाया गया था तो हरीश रावत ने उनके लिए सहानुभूति व्यक्त की थी। इस मुलाकात के दौरान हरीश रावत ने यह भी कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तर प्रदेश के साथ अच्छा समझौता किया। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के हितों की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं।
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