ए.डी.आर. की रिपोर्ट में खुलासा: उत्तराखंड में आपराधिक छवि के कुल 20 विधायकों में से सर्वाधिक 10 भाजपा के,23 फीसदी विधायक हैं 8वीं और 12वीं पास,सबसे अमीर विधायक हैं भाजपा के सतपाल महाराज

 


 उत्तराखंड के मौजूदा विधायकों में 71 फीसदी करोड़पति हैं। करोड़पति विधायकों में सर्वाधिक भाजपा के हैं। सर्वाधिक संपत्ति वाले विधायकों की सूची में टॉप पर मौजूदा काबीना मंत्री एवं चौबट्टाखाल के विधायक सतपाल महाराज हैं। एडीआर की ओर से जारी सूची के मुताबिक, महाराज की 80 करोड़ रुपये से अधिक की संपति है। आपराधिक छवि मामले में भी भाजपा विधायकों की संख्या ज्यादा है। आपराधिक छवि के कुल 20 विधायकों में से सर्वाधिक 10 भाजपा के हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव और बाद में हुए उपचुनाव के आधार पर उत्तराखंड के वर्तमान विधायकों की संपत्ति और आपराधिक छवि की सूची जारी की है। इनमें पांच रिक्त सीटों को शामिल नहीं किया गया है। एडीआर के अनुसार, उत्तराखंड में वर्तमान विधायक औसतन 4.09 करोड़ रुपये संपत्ति के मालिक हैं। कुल 65 विधायकों के सापेक्ष 46 विधायक करोड़पति हैं। इनमें भाजपा के 54 विधायकों में से 37, कांग्रेस के नौ में से आठ और दो निर्दलीय में से एक विधायक शामिल हैं। पहले स्थान पर भाजपा के सतपाल महाराज हैं। दूसरे नंबर पर किच्छा से भाजपा विधायक राजेश शुक्ला हैं। इनके पास 25 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। तीसरे नंबर पर मंगलौर विधानसभा सीट से कांग्रेस काजी मुहम्मद निजामुद्दीन हैं। इनकी संपत्ति 21 करोड़ रुपये से अधिक है।

प्रदेश के 20 विधायकों की छवि आपराधिक 

एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड के 20 विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 14 विधायकों पर गंभीर मामले, दो पर हत्या से संबंधित और एक पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है। जबकि तीन विधायकों के ऊपर महिला अत्याचार के मामले हैं। 

23 फीसदी विधायक 8वीं और 12वीं पास

एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड में 23 फीसदी विधायक आठवीं और बारहवीं उत्तीर्ण हैं। एडीआर की ओर से जारी सूची के मुताबिक, 65 विधायकों में से 15 ने अपनी शैक्षिक योग्यता आठवीं और बारहवीं उत्तीर्ण घोषित की है। 49 विधायकों ने स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की है, जबकि एक ही विधायक ने स्वयं को डिप्लोमाधारक बताया है।

प्रदेश सरकार में 9 फीसदी महिलाओं का प्रतिनिधित्व

राजनीतिक दल एक ओर समाज में महिलाओं को समान अधिकार देने पर जोर दे रहे हैं, लेकिन पार्टी का टिकट महिलाओं को देने में दिलचस्पी नहीं दिखाते। एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि प्रदेश सरकार में महिलाओं की भागीदारी महज 9 फीसदी ही है। कुल 65 विधायकों पर केवल छह ही महिला विधायक हैं।

उत्तराखंड के सबसे अधिक संपत्ति वाले टॉप थ्री विधायक

विधायक                      कुल संपत्ति (रुपये में)
सतपाल महाराज                 80,25,55,607
राजेश शुक्ला                      25,97,86,332
काजी मुहम्मद निजामुद्दीन     21,30,38,282

उत्तराखंड के सबसे कम संपत्ति वाले टॉप थ्री विधायक


विधायक            कुल संपत्ति (रुपये में)
प्रीतम सिंह             17,03,515
शक्ति लाल शाह     19,87,600
मीना गंगोला           33,14,469

लोकतंत्र की सेहत बिगाड़ रहा धन और अपराध: एडीआर

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के प्रदेश समन्वयक मनोज ध्यानी ने गुरुवार को यहां पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने चुनावों में बेतहाशा धन और अपराध को लोकतंत्र की सेहत के लिए खराब बताया। ध्यानी ने कहा कि चुनावों में आपराधिक प्रवृत्ति के प्रत्याशी और धनबल का प्रयोग चुनाव दर चुनाव बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति लोकतंत्र के हित में नहीं है। गुरुवार को नगरपालिका सभागार में ध्यानी ने पत्रकार वार्ता में कहा 2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं को जागरूक करने और उन्हें सही प्रत्याशी का चुनाव करने को लेकर एडीआर प्रदेश भर जागरूकता अभियान चला रही है। कहा वर्तमान में राजनीति में धनबल और बाहुबल हावी हैं। नेताओं की संपत्ति बढ़ती जा रही है और आम आदमी आर्थिक संकट से जूझ रहा है। राजनीति में आपराधिक छवि के नेताओं का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपने मत का सही इस्तेमाल कर साफ छवि और योग्य प्रत्याशी का चुनाव करने की अपील की है। उन्होंने मतदाताओं से आगामी विधानसभा चुनाव में जाति, धर्म, लिंग, धन और उपहार के आधार पर मतदान न कर एक जिम्मेदार मतदाता बनने की अपील भी की है।

Sources:Hindustansamachar

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