एचएनबी गढ़वाल विवि दीक्षांत समारोह: नौकरी ढूंढने नहीं देने वाले बनें विवि के छात्र- सीडीएस बिपिन रावत

 


 एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में आज बुधवार को नौवां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। रक्षा प्रमुख (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए हैं। वहीं, केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मुख्य अतिथि ऑनलाइन जुड़े।दीक्षांत समारोह में गढ़ गौरव लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को मानद उपाधि दी गई। उन्होंने कहा कि उनको सम्मानित कर गढ़वाल विवि ने गढ़वाली और पितरों का सम्मान किया है।जनरल बिपिन रावत ने इस दौरान पीजी में करीब 60 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल दिए। जिसमें से 51 छात्राएं शामिल हैं। इसमें विवि से सम्बद्ध 118 कॉलेज और विवि के तीनों परिसरों के टॉपर शामिल हैं। समारोह में पीएचडी और स्नातकोत्तर के 196 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई।सीडीएस रावत ने कहा कि गढ़वाल विवि से पढ़े बच्चे जॉब ढूंढने वाले न बने, बल्कि नौकरी देने वाले बनें। चीन-नेपाल सीमा से सटे होने की वजह से उत्तराखंड में जिम्मेदारी बढ़ जाती है। विवि के कुछ कोर्स हैं जिनकी सेना को जरूरत है। कहा कि उन्हें विश्वास है गढ़वाल विवि एक दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराएगा। उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कि देश पहले है। वहीं, केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि छात्र मेकिंग इंडिया का संदेश देंगे। सीडीएस ने कहा कि सरकार एमएसएमई पर अधिक ध्यान दे ही है। पीएम मोदी और मंत्रालय यु़वाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह के स्वरोजगार कार्यक्रम चला रहे हैं। कई तरह के स्टार्ट अप युवाओं के लिए चल रहे हैं।  उत्तराखंड में स्टार्ट अप के लिए टूरिज्म और जड़ी बूटियों समेत कई तरह के आइडिया हैं। गढ़वाल विवि युवा छात्र-छात्राओं को सही दिशा दे रहा है। युवा इस सीख पर कैसे खरे उतरते हैं ये उन पर निर्भर करता है।सीडीएस रावत ने कहा कि सीमा क्षेत्र को देखते हुए सेना पूरी तरह से तैयार है। लेकिन हमें कोशिश करनी होगी कि हमारे सीमावर्ती गांव खाली न हों। वहां से पलायन रुके। इसके लिए हेल्थ, एजुकेशन, सड़क आदि की व्यवस्था सीमा से सटे गांवों तक पहुंचानी भी जरूरी है।



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